SP MLA Controversy: सपा विधायक राम अचल राजभर पर ज़मीन कब्जे का आरोप

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रिपोर्ट- गिरजेश सिंह, अंबेडकर नगर 

Ambedkar Nagar News: उत्तर प्रदेश के अम्बेडकरनगर ज़िले में एक बड़ा राजनीतिक भूचाल खड़ा हो गया है। अकबरपुर विधानसभा क्षेत्र के स्थानीय निवासी राम भजन राजभर ने सपा विधायक राम अचल राजभर और उनके पुत्र संजय राजभर पर ज़मीन कब्ज़ा करने और दबाव बनाकर बैनामा कराने का गंभीर आरोप लगाया है। इस मामले ने स्थानीय राजनीति में हलचल मचा दी है।

SP MLA Controversy: सपा विधायक राम अचल राजभर पर ज़मीन कब्जे का आरोप

एसपी के सामने रखी पूरी कहानी

पीड़ित राम भजन राजभर ने जिला मुख्यालय पहुँचकर एसपी अम्बेडकरनगर (SP Ambedkarnagar) से मुलाकात की और अपनी सुरक्षा व न्याय की मांग की। उनका कहना है कि उनकी ज़मीन विधायक राम अचल राजभर के निजी महाविद्यालय के बिलकुल पास स्थित है। इसी वजह से विधायक और उनके समर्थक उस ज़मीन पर कब्ज़ा कर उसे अपने नाम कराने की कोशिश में लगे हुए हैं। पीड़ित का दावा है कि कुछ दिन पहले विधायक अपने समर्थकों और गुर्गों के साथ उसके घर पहुँचे और बैनामा करने का दबाव डालते हुए धमकाया। राम भजन राजभर के अनुसार, यह पूरी कार्रवाई सुनियोजित तरीके से की जा रही है ताकि वह डरकर अपनी ही ज़मीन उनसे छोड़ दे।

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बैनामा न करने पर धमकाया गया”

राम भजन राजभर ने अपने शिकायत पत्र में लिखा है कि विधायक और उनके पुत्र संजय राजभर लगातार दबाव बना रहे हैं। पीड़ित का कहना है कि “मैंने अपनी मेहनत की कमाई से ज़मीन खरीदी है। लेकिन अब मुझ पर इतना दबाव बनाया जा रहा है कि मैं डर के माहौल में जी रहा हूँ। मुझे न्याय चाहिए और अपनी ज़मीन बचानी है।”

राजनीतिक चर्चाएँ तेज, प्रशासन अलर्ट

जैसे ही यह मामला सामने आया, जिले के राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ गई है। स्थानीय लोग इस घटना को “सत्ता के दुरुपयोग” से जोड़कर देख रहे हैं। हालाँकि, प्रशासन ने शिकायत मिलने के बाद मामले की जाँच शुरू कर दी है। अधिकारी यह सुनिश्चित करने में लगे हैं कि पीड़ित परिवार की सुरक्षा में कोई कमी न रहे।

उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने वाले मरीजों के लिए एक राहत की खबर सामने आई है। सरकार ने अस्पतालों की ड्रग लिस्ट (UP government hospital drug list) में 100 नई दवाओं को शामिल किया है, जिससे अब कुल दवाओं की संख्या बढ़कर 397 हो गई है। पहले सरकारी अस्पतालों की ड्रग लिस्ट में केवल 297 दवाएं शामिल थीं, लेकिन अब इसमें आईसीयू, सूजन और मल्टी-विटामिन जैसी महत्वपूर्ण दवाओं को जोड़ा गया है। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें

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