IAS Santosh Verma Protest: भोपाल में सवर्ण समाज का प्रदर्शन, IAS संतोष वर्मा का पुतला जलाया, कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया

0


IAS Santosh Verma Verses Swarn Samaj: भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी संतोष वर्मा के कथित विवादित और समाज को आहत करने वाले बयान के विरोध में सवर्ण समाज ने गुरुवार, 27 नवंबर 2025 को भोपाल में विरोध प्रदर्शन किया गया। विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस प्रशासन ने कई प्रमुख सामाजिक और कर्मचारी नेताओं को हिरासत में ले लिया। 

सकल सवर्ण समाज, विभिन्न सवर्ण सामाजिक संगठनों और कर्मचारी संगठनों के आह्वान पर यह विरोध प्रदर्शन 27 नवंबर को शाम 4 बजे रोशनपुरा चौराहा पर आयोजित किया गया। प्रदर्शनकारियों ने ‘बहन-बेटियों के सम्मान’ और ‘समाज की गरिमा की रक्षा’ के नारे लगाते हुए IAS अधिकारी का पुतला दहन किया। इस विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य IAS संतोष वर्मा के उस बयान पर आपत्ति जताना था, जिसे समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला माना जा रहा है।

सवर्ण समाज के आक्रोशित लोगों ने आईएएस संतोष वर्मा का पुतला जलाया।

हिरासत में लेकर थाने पहुंचे, फिर छोड़ा

विरोध प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि IAS संतोष वर्मा पर कड़ी कार्रवाई की जाए और उनके विवादित बयान के लिए उन्हें बर्खास्त किया जाए। पुलिस ने इन नेताओं को रोशनपुरा चौराहे से हिरासत में लिया और उन्हें पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां उनकी नजरबंदी किया। हालांकि, ​कुछ देर बाद सभी को छोड़ दिया।  प्रशासन ने यह कदम कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया। 

ब्राह्मण और सवर्ण नेता पुलिस हिरासत में

विरोध प्रदर्शन के दौरान, पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए कई प्रमुख नेताओं को हिरासत में ले लिया। इनमें वरिष्ठ कर्मचारी नेता सुधीर नायक, भोपाल नगर निगम के पूर्व अध्यक्ष कैलाश मिश्रा, कर्मचारी नेता श्यामसुंदर शर्मा, हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी, पुष्पेंद्र मिश्रा राकेश चतुर्वेदी को भी हिरासत में लिया गया। हालांकि, परशुराम बोर्ड के अध्यक्ष विष्णु राजोरिया प्रदर्शन स्थल पर नज़र नहीं आए।

देखें फोटो…

publive-image
सकल सवर्ण समाज, सवर्ण सामाजिक संगठन और सवर्ण कर्मचारी संगठन के आव्हान पर प्रदर्शन किया गया।

भोपाल में IAS का यह है विवादित बयान

अजाक्स के नवागत प्रांतीय अध्यक्ष संतोष वर्मा ने सरकारी विभागों में आरक्षण पर बात करते हुए कहा कि मैं तब तक यह बात नहीं मानूंगा कि एक परिवार में एक व्यक्ति को आरक्षण मिलना चाहिए, जब तक कि मेरे बेटे को कोई ब्राह्रमण अपनी बेटी दान न कर दें, या उससे उसका संबंध न बना ले। केवल आर्थिक आधार की बात है तो। जब तक रोटी-बेटी का व्यवहार नहीं होता, तब तक समाज के पिछड़ेपन के कारण आरक्षण की पात्रता मिलती रहेगी।

IAS Santosh Verma Protest
सकल सवर्ण समाज, सवर्ण सामाजिक संगठन और सवर्ण कर्मचारी संगठन के प्रदर्शनकारियों ने जमकर विरोध किया।

MP IAS Santosh Verma Controversy

MP IAS Santosh Verma controversy Update: मध्यप्रदेश अनुसूचित जाति अनुसूचित जन जाति अधिकारी कर्मचारी संघ के नए अध्यक्ष आईएएस संतोष वर्मा अपने विवादित बयान से एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें…



Leave A Reply

Your email address will not be published.