Football National League: नेशंस लीग में रोनाल्डो का जादू बरकरार, मेजबान जर्मनी को हराकर फाइनल में पहुंचा पुर्तगाल
Football National League: पुर्तगाल ने इस बार यह सेमीफाइनल मैच ओलावृष्टि के कारण 10 मिनट की देरी से शुरू हुआ था। इस मैच में खेलते हुए मेजबान जर्मनी की टीम ने बहुत जल्दी ही अपनी लय को पकड़ लिया। क्यूंकि लियोन गोरेट्जका ने शुरुआत में डियोगो कोस्टा को परखा, जबकि डेब्यूटेंट निक वोल्टमेड ने एलेक्जेंडर पावलोविच के साथ मिलकर एक और मौका बनाया। लेकिन पुर्तगाल की टीम ने भी खेल में बहुत जल्द ही अपनी लय पकड़ ली। इसके चलते हुए पेड्रो नेटो की तेज रफ्तार ने बार-बार जर्मन डिफेंस को एक्सपोज किया और रोनाल्डो ने गोलकीपर मार्क-आंद्रे टेर स्टेगन को दो बार परखा।
इसके अलावा यह मैच टेर स्टेगन की चोट से वापसी के बाद पहला मैच था। इसके बाद जर्मनी के लिए फ्लोरियन विर्ट्ज ने खेल के 48वें मिनट में पहला गोल दागा। इससे जर्मनी की टीम ने खेल में 1-0 की लीड ले ली। इसके बाद फिर फ्रांसिस्को कॉन्सेइकाओ, जो कुछ मिनट पहले ही मैदान पर आए थे, ने शानदार सिंगल स्ट्राइक के साथ मैच का रुख पलटा। इसके चलते हुए उन्होंने खेल के 63वें मिनट में पुर्तगाल के लिए बराबरी का गोल दाग दिया। इसके बाद ब्रूनो फर्नांडीस और नूनो मेंडेस के बीच एक शानदार वन-टू ने जर्मन बैकलाइन को तितर-बितर कर दिया। इसके चलते हुए मेंडेस के लो क्रॉस को रोनाल्डो ने गोल में बदल दिया।
इसी के साथ रोनाल्डो 40 साल और 119 दिन की उम्र में जर्मनी के खिलाफ गोल करने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी बन गए हैं। वहीं अब जर्मनी रविवार को तीसरे स्थान के लिए प्लेऑफ खेलेगा। जबकि पुर्तगाल की टीम फाइनल मैच खेलेगी। इस मैच को हारने के बाद जर्मनी के कोच जूलियन नेगल्समैन ने कहा, “यह निश्चित रूप से हाल के दिनों में हमारा सबसे कमजोर प्रदर्शन था. हमने हमेशा पूरे दृढ़ विश्वास के साथ अटैक नहीं किया। वहीं पुर्तगाल जैसी टीम के खिलाफ अगर आप बदलाव में बहुत धीमे हैं, तो आपको दंडित किया जाएगा।
इसके अलावा अगर हम यूरोप में सर्वश्रेष्ठ टीम में शामिल होना चाहते हैं तो हमें अपना शत प्रतिशत देना चाहिए। यह हार हमारे लिए काफी दुखद है। लेकिन हमें इससे सीखना चाहिए।” इसके अलावा पुर्तगाल के कोच रॉबर्टो मार्टिनेज ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं। क्यूंकि यह टॉप क्वालिटी वाली जर्मनी की टीम के खिलाफ हमारा एक महत्वपूर्ण मैच था। वहीं 25 सालों में पहली बार जर्मनी को हराना हमारे लिए बहुत मायने रखता है। तभी तो अब 1-0 की कमी को 2-1 की जीत में बदलना दिखाता है कि यह टीम क्या करने में सक्षम हैं।