वाराणसी : किसान दिवस में अधिकारियों ने सुनी अन्नदाताओं की समस्याएं, योजनाओं की दी जानकारी
वाराणसी। विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल की अध्यक्षता में किसान दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, सिंचाई, सहकारिता, रेशम, दुग्ध विकास, वन, गन्ना, नलकूप, यू.पी. नेडा, पुलिस विभाग और कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारियों सहित जनपद के किसानों ने भाग लिया। इसमें अधिकारियों ने किसानों की समस्याएं सुनीं। वहीं योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी।
सरकारी योजनाओं की जानकारी
विभागीय अधिकारियों ने अपनी-अपनी योजनाओं की जानकारी साझा की और अधिक से अधिक किसानों को इनसे जोड़ने पर जोर दिया। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि खरीफ सीजन के बीज राजकीय कृषि बीज गोदामों पर 50% अनुदान पर उपलब्ध हैं, जिनका वितरण पी.ओ.एस. मशीन के माध्यम से किया जा रहा है। निःशुल्क मिनीकिट में अरहर, मूंग, उर्द, सांवा, कोदो, रागी और मक्का के बीज लॉटरी सिस्टम के आधार पर वितरित होंगे। उप कृषि निदेशक ने कृषि यंत्रों की ऑनलाइन बुकिंग और लॉटरी सिस्टम के माध्यम से 300% लक्ष्य तक अनुदान पर उपलब्धता की जानकारी दी।
धान नर्सरी की समस्याओं पर चर्चा
कृषि विज्ञान केंद्र, कल्लीपुर के डॉ. राहुल सिंह ने धान नर्सरी में आने वाली समस्याओं जैसे पीलापन, जिंक और आयरन की कमी पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने इन समस्याओं के समाधान के लिए किसानों को वैज्ञानिक उपायों से अवगत कराया।

फेंसिंग योजना और अनुदान
उद्यान विभाग ने खरीफ में सब्जी, फल, फूल, आम, अमरूद, फाल्सा, बेल और केला की खेती के लिए अनुदान की जानकारी दी। वर्तमान वित्तीय वर्ष में फेंसिंग योजना प्रस्तावित है, जिसमें 50% अनुदान उपलब्ध होगा। इसके लिए किसान उद्यान विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। किसी भी समस्या के लिए कार्यालय से संपर्क करने की सलाह दी गई।
इस दौरान बीमार पशुओं के लिए एम्बुलेंस सेवा और भेड़-बकरी पालन के लिए अनुदान की जानकारी दी गई। इसके अलावा प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना, मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना, निषादराज बोट सब्सिडी, सघन मत्स्य पालन और मत्स्य किसान क्रेडिट कार्ड जैसी योजनाओं के लिए पोर्टल खुलने पर आवेदन की सूचना दी गई।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत एसबीआई जनरल इंश्योरेंस के जिला प्रबंधक पवन कुमार सिंह ने खरीफ 2025 के लिए धान, मक्का, बाजरा, ज्वार, उर्द, अरहर, केला और मिर्च फसलों के बीमा की जानकारी दी। बीमा की अंतिम तिथि 30 जुलाई 2025 है। फसल खराब होने पर 72 घंटे के भीतर टोल-फ्री नंबर 14447 पर शिकायत दर्ज कर क्षतिपूर्ति प्राप्त की जा सकती है।
सहायक निदेशक राजेश कुमार राय ने मृदा परीक्षण की महत्ता बताई। खरीफ में 1400 ग्रामों से नमूने एकत्र करने का लक्ष्य है। हरी खाद फसलों जैसे ढैंचा और सनई से मृदा स्वास्थ्य सुधारने की सलाह दी गई।
मुख्य विकास अधिकारी ने अगले माह वृहद पौधारोपण अभियान के तहत प्रत्येक किसान को 10-20 पौधे वितरित करने और रोपण कराने के निर्देश दिए। मुख्य विकास अधिकारी ने सभी विभागों को किसानों द्वारा उठाई गई समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।