स्वच्छता सर्वेक्षण-2024: नोएडा ने फिर मारी बाजी, तीन से दस लाख की आबादी वाले शहरों में अव्वल
स्वच्छ भारत मिशन के तहत आयोजित स्वच्छता सर्वेक्षण-2024 के नतीजों की घोषणा गुरुवार को की गई। इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देशभर के नगर निकायों को सम्मानित किया। एक बार फिर इंदौर ने स्वच्छता में अपना दबदबा कायम रखते हुए लगातार आठवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बनने का गौरव प्राप्त किया। सूरत और नवी मुंबई ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया।
तीन से दस लाख की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में नोएडा ने इस वर्ष भी शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया है। यह उपलब्धि नोएडा अथॉरिटी की योजना, प्रतिबद्धता और टीम प्रयासों का परिणाम है। पुरस्कार वितरण समारोह में अरविंद शर्मा , मंत्री नगर विकास उत्तर प्रदेश, नोएडा अथॉरिटी के सीईओ एम लोकेश, एसीईओ संजय कुमार खत्री और एसपी सिंह महाप्रबंधक ( सिविल) जनस्वास्थ्य विभाग नोएडा ने भाग लिया और राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कार प्राप्त किया।
गौरतलब है कि वर्ष 2023 में भी नोएडा को उत्तर प्रदेश का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया था, और राष्ट्रीय स्तर पर उसे 14वीं रैंक प्राप्त हुई थी। यह रैंकिंग उसे एक से दस लाख की जनसंख्या श्रेणी के 446 शहरों में से मिली थी। इससे पहले 2022 में भी नोएडा को “सर्वश्रेष्ठ आत्मनिर्भर शहर” के खिताब से नवाजा गया था।
नोएडा की यह निरंतर सफलता नगर प्राधिकरण के अधिकारियों की रणनीति, तकनीकी नवाचार और जनभागीदारी के चलते संभव हुई है। सफाई व्यवस्था, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, कचरे के वैज्ञानिक निस्तारण और नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए अथॉरिटी की सक्रिय भूमिका ने शहर को अग्रणी स्थान दिलाने में मदद की है।
नोएडा अथॉरिटी के सीईओ एम लोकेश, एसीईओ संजय कुमार खत्री और एसपी सिंह महाप्रबंधक (सिविल) जनस्वास्थ्य नोएडा के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं और यही प्रतिबद्धता नोएडा को स्वच्छता के क्षेत्र में देश का रोल मॉडल बना रही है।