ENG vs IND: रविंद्र जडेजा का आया ग़ुस्सा; चौथे टेस्ट में फील्डिंग चूक पर अंशुल कंबोज को लगाई फटकार

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मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में तीसरे दिन रोमांचक मुकाबला देखने को मिला, जहाँ उच्च दांव वाले टेस्ट क्रिकेट में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों के बीच ज़बरदस्त टकराव हुआ। इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी मज़बूती से शुरू की और जो रूट ने अपने शानदार करियर में एक और चमकदार अध्याय जोड़ दिया। लेकिन इसी दिन भारत की फ़ील्डिंग में एक अहम चूक भी हुई, जिससे अनुभवी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा की निराशा साफ़ झलकने लगी।

भारत जब बढ़त बनाने की कोशिश में लगा था, तभी पदार्पण कर रहे अंशुल कंबोज की एक चूक ने जो रूट—जो पहले से ही शानदार फॉर्म में थे—को एक अनमोल जीवनदान दे दिया। इस पल ने खेल की गति को नाटकीय रूप से बदल दिया और भारत की फ़ील्डिंग अनुशासन पर सवाल खड़े कर दिए।

अंशुल कंबोज की सुस्त प्रतिक्रिया पर भड़के रवींद्र जडेजा

तनाव 54वें ओवर में चरम पर था, ठीक उसी समय जब भारत मुकाबले में बने रहने के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता की तलाश में था। इंग्लैंड के ताबीज बल्लेबाज़ रूट ने मोहम्मद सिराज की गेंद को स्क्वायर के पीछे गाइड किया, जिससे गली में तेज़ फील्डिंग देखने को मिली और जडेजा ने जल्दीबाज़ी में स्टंप की ओर थ्रो फेंका। रूट उस समय शॉर्ट कैच की स्थिति में थे और रन आउट का वास्तविक खतरा बन गया था।

लेकिन इसके बाद नाटक सामने आया — मिड-ऑन पर तैनात अंशुल कंबोज बैकअप के लिए तैयार नहीं थे। थ्रो सीटी की तरह तेज़ी से निकला, लेकिन उसे रोकने के लिए कोई मौजूद नहीं था। नतीजा: जो रूट रन आउट होने से बच गए। जडेजा का ग़ुस्सा साफ़ झलक रहा था। क्षेत्ररक्षण में अपनी उत्कृष्टता के लिए पहचाने जाने वाले जडेजा ने युवा डेब्यूटेंट को कड़ी फटकार लगाई।

हर रन की कीमत होती है, और एकाग्रता में की गई चूक — भले ही वह एक नवोदित खिलाड़ी से हुई हो — इस स्तर पर बेहद महंगी साबित हो सकती है, जैसा कि यहाँ हुआ।

वीडियो यहां देखें:

जो रूट की रिकॉर्ड पारी ने भारत पर दबाव बढ़ा दिया

रूट ने अपने इस जीवनदान का पूरा फ़ायदा उठाया और अपनी पारी के दौरान राहुल द्रविड़, जैक्स कैलिस और रिकी पोंटिंग को पीछे छोड़ते हुए टेस्ट क्रिकेट के सर्वकालिक रन बनाने वालों की सूची में तीसरे स्थान पर पहुंच गए। अब उनसे आगे सिर्फ़ महान सचिन तेंदुलकर हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाए हैं। इससे रूट का नाम खेल के महान खिलाड़ियों में दर्ज हो गया है।

इंग्लैंड की आक्रामक शुरुआत ज़ैक क्रॉली (84) और बेन डकेट (94) के बीच हुई धमाकेदार साझेदारी के कारण हुई, जिसके बाद जडेजा और कंबोज ने दूसरे दिन देर से इस जोड़ी को आउट किया। श्रृंखला में 2-1 से पीछे चल रही भारतीय टीम वापसी की कोशिश में जुटी थी और उसे टिके रहने के लिए हर मौके की तलाश थी।

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