रात के समय भूलकर भी ना करें ये 4 काम, घर से कभी नहीं जाएगी गरीबी

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Vastu Tips For Home: रात के समय विश्राम और आत्म चिंतन का समय माना जाता है। हमारी पुरानी ग्रंथों , शास्त्रों और परंपराओं में कुछ ऐसे कार्य बताए जाते हैं जिन्हें रात के समय करना वर्जित या अशुभ माना जाता है। इन कार्यों को रात में करने से न केवल मानसिक और शारीरिक कहानी हो सकती है बल्कि या दुर्भाग्य और नकारात्मकता को भी आकर्षित करता है। आइए आगे आर्टिकल में जानते हैं कि वह कौन-कौन से काम है जो रात के समय नहीं करने चाहिए।

झाड़ू लगाना

रात के समय झाड़ू लगाना अत्यंत अशुभ माना गया है। विशेष का रात्रि के समय झाड़ू लगाकर कचरा बाहर फेंकना नहीं चाहिए। धार्मिक दृष्टिकोण से रात के समय देवी लक्ष्मी का होता है और कचरा बाहर निकलना उन्हें घर से बाहर करने के समान माना जाता है। आर्थिक समस्याएं पैदा हो सकती है घर में दरिद्रता वास करने लगती है।

खाली बर्तन रखना

रसोई घर में रात्रि के समय कभी भी खाली बर्तन नहीं रखना चाहिए अशुभ माना जाता है। यह न केवल अगली सुबह के लिए असुविधा पैदा करता है बल्कि यह आर्थिक अस्थिरता का भी प्रतीक होता है। वास्तु शास्त्र में भी रसोई को समृद्धि का प्रतीक माना गया है। अगर आप ऐसा करते हैं तो आर्थिक तंगी बनी रह सकती है। देवी अन्नपूर्णा नाराज हो सकती हैं।

बाल या नाखून काटना

रात्रि में बाल और नाखून काटने की मनाही केवल धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं बल्कि व्यावहारिक दृष्टिकोण से भी दी गई है। विशेष रूप से हिंदू धर्म में इसे वर्जित माना गया है। धार्मिक मान्यता के अनुसार यह पितृ दोष और नकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करता है। घर की शांति भंग हो सकती है दुर्भाग्य और नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव बढ़ सकता है। बच्चों और बुजुर्गों पर विशेष प्रभाव देखने को मिल सकता है इसीलिए आप ऐसा ना करें।

उधार देना या लेना

वास्तु शास्त्र के अनुसार रात के समय ना उधार दिया जाता है और ना ही लिया जाता है। शास्त्रों के अनुसार रात्रि का समय लेनदेन के लिए उपयुक्त नहीं होता है। आर्थिक नुकसान हो सकता है। उधारी लौटने में बाधा आ सकती है। घर में हमेशा दरिद्रता वास कर सकती है। इसके अलावा दर्पण के सामने रात के समय नहीं सोना चाहिए। इतना ही नहीं बालों को खुला भी नहीं छोड़ना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो मानसिक बेचैनी और डर के सपने आ सकते हैं।

बिना पैर धोए

रात्रि के समय बिना पैर धोए नहीं सोना चाहिए। यह न केवल का शुद्धता का प्रतीक है बल्कि मां और शरीर को शांत करने का माध्यम भी है। दिन भर की थकान और धूल पैरों पर जमा हो जाती है बिना धोए सोने से रोग और बैक्टीरिया भी पनपने लगते हैं। नींद में खलल पड़ सकती है।

(Disclaimer: यहां पर प्राप्त जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। Dailynews7 इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

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