कुंडली में छिपा है अमीर बनने का राज! लक्ष्मी योग देता है जीवनभर अपार सुख-संपत्ति
Lakshmi Yog: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति के जीवन में धन, सुख और समृद्धि का स्तर उसके जन्म के समय ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति पर निर्भर करता है. इनमें से एक सबसे शुभ और लाभकारी योग है लक्ष्मी योग, जो जातक को न केवल आर्थिक रूप से सक्षम बनाता है, बल्कि उसे समाज में मान-सम्मान भी दिलाता है. लक्ष्मी योग बनने के लिए आवश्यक है कि कुंडली में लग्नेश और धनेश (दूसरे भाव का स्वामी) मजबूत हों और शुभ ग्रहों की दृष्टि प्राप्त हो. यह योग जितना मजबूत होगा, व्यक्ति का भाग्य उतना ही उज्ज्वल माना जाता है.
कैसे बनता है लक्ष्मी योग
लक्ष्मी योग के निर्माण के लिए ग्रहों की खास स्थिति मायने रखती है. जब कुंडली में लग्नेश उच्च का हो या अपने ही घर में स्थित हो और साथ ही नौवें भाव का स्वामी भी उच्च का या अपने घर में विराजमान हो, तो यह योग बनता है. इसके अलावा, गुरु और शुक्र का मजबूत होना भी लक्ष्मी योग की शक्ति को कई गुना बढ़ा देता है. जिन लोगों की कुंडली में यह योग बनता है, उन्हें व्यापार, नौकरी और निवेश में निरंतर सफलता मिलती है. कई बार ऐसे जातकों को बिना प्रयास के भी अचानक धन लाभ हो जाता है, जिसे भाग्य का वरदान माना जाता है.
लक्ष्मी योग के जीवन में प्रभाव
जिनकी कुंडली में लक्ष्मी योग होता है, वे न सिर्फ आर्थिक रूप से सम्पन्न होते हैं, बल्कि मानसिक शांति, पारिवारिक सुख और सामाजिक प्रतिष्ठा का भी आनंद लेते हैं. इस योग का प्रभाव उम्र बढ़ने के साथ और अधिक दिखाई देता है, जिससे व्यक्ति का जीवन निरंतर उन्नति की ओर अग्रसर होता है. वैदिक ज्योतिष में इसे राजयोग की श्रेणी में रखा गया है, क्योंकि यह जातक को राजा जैसा जीवन जीने का अवसर देता है. कहा जाता है कि लक्ष्मी योग वाले लोग जीवनभर कभी दरिद्रता का सामना नहीं करते और उनकी किस्मत हमेशा चमकती रहती है.
(Disclaimer: यहां पर प्राप्त जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। Dailynews7 इसकी पुष्टि नहीं करता है।)