Surya Nakshtra Parivartan Magha 2025: आज से बदलेगी सूर्य की चाल, मघा नक्षत्र में प्रवेश, फिर बनेंगे झमाझम बारिश के योग
Surya Nakshtra Parivartan Magha Nakshatra 2025: 3 अगस्त से अश्लेषा नक्षत्र में चल रहे सूर्य आज 18 अगस्त को एक बार फिर अपना स्थान बदल रहे हैं। बीते 15 दिनों से खंड बारिश के बाद सोमवार 18 अगस्त से सूर्य एक बार फिर झमाझम बारिश के योग बनाएंगे। हिन्दू पंचांग के अनुसार आज मघा नक्षत्र में सूर्य के प्रवेश करते ही एक बार फिर उमस से लोगों को राहत मिलेगी।
18 अगस्त से 15 दिन बारिश के लिए खास
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार सूर्य सूर्य 18 अगस्त सोमवार को मघा नक्षत्र में प्रवेश कर रहे हैं। इस दौरान एक बार फिर मौसम में एक बार फिर परिवर्तन आएगा। इस नक्षत्र में सूर्य 15 दिन तक रहेंगे। फिर इसके बाद पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे।
मघा नक्षत्र में बन रहा स्त्री पुरुष योग

ज्योतिषाचार्य की गणना के अनुसार आज से मघा नक्षत्र में सूर्य के गोचर के बाद स्त्री पुरुष योग बन रहा है। ज्योतिष में जब भी स्त्री पुरुष योग बनता है तो अच्छी बारिश की संभावना जताई जाती है। ऐसे में आज से 15 दिन बारिश के लिए बेहद खास माने जा रहे हैं।
मघा नक्षत्र को लेकर कहावत
बुंदेलखंड में मघा नक्षत्र को लेकर एक कहावत प्रचलित है। जिसके अनुसार
मघा न बरसें भरे न खेत, माता न बरसें भरे न पेट
कहावत का अर्थ
इसके अनुसार अगर मघा नक्षत्र में अच्छी बारिश न हों तो खेतों के लिए लाभकारी नहीं होता। जिस तरह जब तक माता बच्चों को भोजन न परोसे तब तक संतान का पेट नहीं भरता।


नक्षत्र में इस दिन करेंगे सूर्य प्रवेश
सूर्य 18 अगस्त को सूर्य मघा नक्षत्र में प्रवेश ( Magha Nakshra me Surya Gochar) करेंगे। इस नक्षत्र में अच्छी बारिश होना चाहिए । ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार इस बार मघा नक्षत्र में स्त्री-पुरुष बन रहा है तो अच्छी बारिश कराएगा। इस दिन सोमवार भी है।


ये होते हैं बारिश के नक्षत्र
आद्रा नक्षत्र
22 जून से 6 जुलाई तक – स्त्री-पुरुष योग
पुनर्वसु नक्षत्र
6 जुलाई से 20 जुलाई तक — स्त्री-नपुंसक योग
पुष्य नक्षत्र
20 जुलाई से 5 अगस्त – स्त्री-पुरुष योग
अश्लेषा नक्षत्र
3 अगस्त से 18 अगस्त स्त्री- स्त्री- योग
मघा नक्षत्र
18 अगस्त से 29 अगस्त स्त्री- स्त्री- योग
पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र
उत्तरा नक्षत्र
हस्त नक्षत्र में कैसी बारिश होती है
ज्योतिष के अनुसार हस्त नक्षत्र में जब सूर्य आते हैं तो इस दौरान सूर्य के आने पर बारिश की विदाई हो जाती है।
कौन से हैं जल चर नक्षत्र
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविन्द शास्त्री के अनुसार ज्योतिष में बारिश के कुछ नक्षत्र होते हैं। पुनर्वसु, अश्लेषा और पुष्य नक्षत्र इन जलचर नक्षत्रों में शामिल हैं। यानि इन नक्षत्रों में बारिश (Surya Pushya Nakshatra) अच्छी मानी जाती है। लेकिन जब इन नक्षत्रों में स्त्री-स्त्री योग बनता है तो खंड बारिश होती है।
आद्रा नक्षत्र में ही सबसे अच्छी बारिश क्यों
ज्योतिषाचार्य के अनुसार आद्रा का मतलब खाद्रा नक्षत्र माना जाता है। इस नक्षत्र में सर्वत्र बारिश मानी जाती है। यानी इस आद्रा नक्षत्र के 15 दिनों में यदि अच्छी बारिश हो तो ये अच्छी मानी जाती है।
इस बार के राजा सूर्य बनाएंगे अच्छी बारिश के योग
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार इस बार के राजा और मंत्री दोनों ही सूर्य हैं। जो इस बार अच्छी बारिश के योग बना रहे हैं।
मध्यप्रदेश में इस बार कैसी बारिश
ज्योतिष शास्त्र के आधार पर इस साल मध्यप्रदेश में अच्छी बारिश (Madhya pradesh ki Barish) के योग हैं।
मध्यप्रदेश की राशि सिंह (Singh Rashi) है और सिंह सूर्य (Sun) की स्व राशि है। यानी सूर्य अपनी राशि में होते हैं तो अच्छी बारिश होती है। यही कारण है कि मध्यप्रदेश में अच्छी बारिश के योग बनते हैं।
इसलिए ज्योतिष के आधार पर इस बार एमपी में मानसून मेहरबान रहेगा। हालांकि आंधी तूफान का असर यहां भी देखने को मिलेगा।
यह भी पढ़ें: Weekly Lucky Unlucky Date: 18-24 अगस्त के बीच आपके लिए कौन सी तारीखें हैं शुभ, पढ़ें मेष से लेकर मीन तक साप्ताहिक उपाय
नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह ले लें।