Ganesh Chaturthi Moon: गणेश चतुर्थी पर भूलकर भी नहीं देखना चाहिए चांद, लग जाता है कलंक, जानें क्या है वजह

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हाइलाइट्स

  • 27 अगस्त को गणेश चतुर्थी
  • देशभर में विराजमान होंगे गणपति
  • गणेश चतुर्थी पर क्यों नहीं देखते चांद

Ganesh Chaturthi Moon: देशभर में गणेश उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। 27 अगस्त गणेश चतुर्थी पर गणपति विराजमान होंगे। गणेश चतुर्थी को कुछ जगहों पर कलंक चतुर्थी भी कहा जाता है। कहा जाता है गणेश चतुर्थी के दिन चांद नहीं देखना चाहिए। आखिर ऐसा क्यों है, गणेश चतुर्थी के दिन चांद क्यों नहीं देखते हैं। चांद नहीं देखने के पीछे क्या कहानी है।

गणेश चतुर्थी पर चांद क्यों नहीं देखना चाहिए ?

गणेश जी और चंद्रमा की कहानी

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पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार गणेश जी अपने वाहन मूषक पर सवार होकर कहीं जा रहे थे। रास्ते में एक सांप मूषक के सामने से निकला। मूषक भयभीत हो गए और उनका संतुलन बिगड़ गया। गणेश जी नीचे गिर पड़े। ये देखकर चंद्रमा गणेश जी पर जोर-जोर से हंसने लगे। गणेश जी को चंद्रमा का ये व्यवहार बिल्कुल पसंद नहीं आया।

उन्होंने गुस्से में चंद्रमा से कहा कि अभिमानी चन्द्रमा! तुम मेरी लाचारी पर हंस रहे हो, यह तुम्हें कदापि शोभा नहीं देता, किसी की परेशानी का उपहास करना देवताओं नहीं अपितु दैत्यों का कार्य है, मैं तुम्हें श्राप देता हूं कि तुम्हें जिस चांदनी का गुरूर है, आज के बाद तुम उसे खो दोगे और जो भी चतुर्थी के दिन चंद्रमा को देखेगा, उसे झूठे आरोप का सामना करना पड़ेगा।

खो गई चंद्रमा की चांदनी

गणेश जी के मुंह से श्राप निकलते ही वो हकीकत में बदल गया। पूरे आकाश में अंधेरा छा गया। घबराकर चंद्रमा गणेश जी की शरण में आ गया। चंद्रमा ने गणेश जी से कहा कि हे दुखहर्ता ! मुझसे बहुत बड़ी भूल हो गई, जो मैंने अभिमानवश आपका परिहास किया। अगर मेरी चांदनी ही चली जाएगी तो मेरा अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा। मुझे अपने किए का अहसास है। कृपया मुझे क्षमा कर दें और अपना श्राप वापस लें।

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गणेश जी ने चंद्रमा को दिया वरदान

चंद्रमा के क्षमा मांगने पर गणेश जी का क्रोध शांत हो गया। उन्होंने कहा मैं अपना श्राप तो वापस नहीं ले सकता परंतु तुम्हें एक वरदान भी देता हूं। तुम अपनी रोशनी खो दोगे परंतु केवल माह में एक दिन के लिए, उसके अलावा तुम्हारा तेज कम-ज्यादा होता रहेगा।

गणेश चतुर्थी पर चांद देखने से लगता है कलंक

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कहा जाता है कि गणेश चतुर्थी पर चांद देखने से कलंक लग जाता है। झूठे आरोप का सामना करना पड़ता है। एक बार भगवान श्री कृष्ण ने भी गणेश चतुर्थी पर गलती से चांद देख लिया था, जिससे उन पर भी स्यामंतक मणि चुराने का झूठा आरोप लगाया गया था।

गलती से गणेश चतुर्थी पर चांद देख लें तो क्या करें ?

अगर आप गणेश चतुर्थी पर गलती से चांद देख लेते हैं तो दोष के प्रभाव को कम करने के लिए उपाय कर सकते हैं।

भगवान श्री कृष्ण के नाम का जाप करें।

गणेश भगवान का व्रत रखें।

‘सिंह: प्रसेन मण्वधीत्सिंहो जाम्बवता हत: सुकुमार मा रोदीस्तव ह्येष: स्यमन्तक’ मंत्र जपें।

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