सतना HIV ब्लड मामले में एक्शन: पैथोलॉजिस्ट और ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. देवेन्द्र पटेल और 2 लैब टेक्नीशियन सस्पेंड
Satna HIV Case Action: सतना में बच्चों को HIV पॉजिटिव ब्लड चढ़ाने के मामले में एक्शन लिया गया है। जिला अस्पताल सतना के ब्लड बैंक प्रभारी और दो लैब टेक्नीशियन को सस्पेंड कर दिया गया है।
जांच कमेटी की प्राइमरी रिपोर्ट पर कार्रवाई
थैलेसीमिया से पीड़ित 5 मासूम बच्चों को HIV पॉजिटिव ब्लड चढ़ाने के मामले में एक्शन जांच कमेटी की प्राइमरी रिपोर्ट के बाद लिया गया है। इस मामले की जांच के लिए आयुष्मान भारत के CEO IAS डॉ. योगेश भरसट की अध्यक्षता में 7 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है।
पूर्व सिविल सर्जन को कारण बताओ नोटिस
पूरे मामले में सतना जिला अस्पताल के पूर्व सिविल सर्जन डॉ. मनोज शुक्ला को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उनसे नोटिस का लिखित जवाब मांगा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी दी है कि अगर स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया गया तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
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5 बच्चों को दिया जिंदगीभर का दर्द
सतना के जिला अस्पताल में थैलेसीमिया से पीड़ित 5 बच्चे अपनी बीमारी से लड़ने के लिए खून चढ़वाने आए थे। लेकिन सिस्टम की अनदेखी ने उन्हें जिंदगीभर का दर्द दे दिया। पांचों बच्चे HIV पॉजिटिव पाए गए हैं क्योंकि उन्हें संक्रमित ब्लड चढ़ाया गया था। करीब 9 महीने पहले ही बच्चे HIV पॉजिटिव पाए गए थे, लेकिन जिला अस्पताल और जिला प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं थी। हाल ही में पूरे कांड का खुलासा हुआ है।
ये मासूम HIV पॉजिटिव
20 मार्च – 15 साल की बच्ची संक्रमित
26-28 मार्च – 9 साल के 2 बच्चे संक्रमित
1 अप्रैल – 3 साल की बच्ची संक्रमित
3 अप्रैल – एक और बच्चा पॉजिटिव
200 डोनरों के संपर्क में आए बच्चे
थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चे कुल 200 डोनर्स के संपर्क में आए। 200 डोनर्स के खून से बच्चों के लिए पैकसेल बना था। बच्चों को अब तक 189 यूनिट ब्लड चढ़ाया गया। 3 अलग-अलग ब्लड बैंकों से खून लिया गया था।