Bhopal Carbide Gun Ban: 300 लोगों की आंखों को नुकसान, ग्वालियर के बाद भोपाल में भी कार्बाइड पाइप गन बैन

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हाइलाइट्स

  • देसी गन से 300 से ज्यादा लोगों की आंखों को नुकसान
  • भोपाल में कार्बाइड गन पर लगाया गया बैन
  • ग्वालियर कलेक्टर ने सबसे पहले लगाया प्रतिबंध

MP Carbide Gun Ban: मध्यप्रदेश में कार्बाइड पाइप गन से करीब 300 लोगों की आंखों को नुकसान होने के बाद शासन और जिम्मेदार जागे हैं। जिसके चलते ग्वालियर के बाद अब भोपाल में भी कार्बाइड पाइप गन बेचने, खरीदने और स्टॉक पर पूरी तरह से रोक (Ban) लगा दी गई है। इस मामले में भोपाल एडीएम प्रकाश नायक ने गुरुवार, 23 अक्टूबर की रात में आदेश जारी किया है।

भोपाल ADM का आदेश पढ़ें…

 Bhopal Carbide Gun Ban: 300 लोगों की आंखों को नुकसान, ग्वालियर के बाद भोपाल में भी कार्बाइड पाइप गन बैन

भोपाल में 200 से ज्यादा लोगों की आंखों पर असर

भोपाल में जांच की जिम्मेदारी एसडीएम को दी गई है, जो पटाखों की रिटेल और थोक दुकानों पर जाकर जांच करेंगे। हालांकि, दिवाली से पहले ये आदेश जारी नहीं हुए। इस वजह से खुलेआम गन की बिक्री हुई और कई लोगों की जान खतरे में पड़ गई।

कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने हमीदिया अस्पताल पहुंचकर कार्बाइड गन से घायल व्यक्तियों एवं बच्चों का जाना हाल-चाल।

7 से 14 साल तक के बच्चे प्रभावित

बता दें कि देसी पटाखा गन (कार्बाइड) से प्रदेशभर में अब तक 300 लोगों की आंखों में जलन के मामले सामने आ चुके हैं। अकेले भोपाल में ही 200 से ज्यादा लोगों की आंखों की रोशनी प्रभावित हुई है। ग्वालियर, इंदौर, विदिशा समेत कई जगहों पर मामले सामने आए हैं। ज्यादातर घटनाओं में 7 से 14 साल तक के बच्चे प्रभावित हुए।

भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) के नेत्र विभाग में 36 मरीजों का इलाज चल रहा है। अब तक 15 की सर्जरी हो चुकी है। दो बच्चों की आंखों में डॉक्टरों ने एमनियोटिक मेम्ब्रेन (झिल्ली) लगाई है। यह वही झिल्ली है जो प्रसव के समय गर्भ से बाहर आती है।

देवउठनी एकादशी पर भी होती है बिक्री

आपको बता दें कि दिवाली के बाद देवउठनी एकादशी पर कार्बाइड पाइप गन की बिक्री होती है। इसलिए कलेक्टर ने सभी एसडीएम को कार्रवाई करने के लिए संशोधित आदेश जारी किया है।

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हमीदिया में मरीजों से मिले कलेक्टर

गुरुवार रात कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह हमीदिया अस्पताल पहुंचे और मरीजों व उनके परिजनों से बातचीत की। उन्होंने हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। डॉक्टरों से बेहतर उपचार व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए चर्चा की। इस दौरान उन्होंने सभी को रेड क्रॉस के माध्यम से 5000 रुपए प्रति व्यक्ति की आर्थिक सहायता मौके पर ही उपलब्ध कराई। कलेक्टर ने बताया कि दिवाली से पहले ही कार्बाइड पाइप गन के मामले में सभी एसडीएम को कार्रवाई करने के लिए कहा गया था। इसके चलते पटाखा मार्केट में जांच की गई। बैरसिया, गोविंदपुरा सहित कई पटाखा मार्केट से 55 गन जब्त की जा चुकी हैं।

Bhopal Desi Gun InjuredBhopal Desi Gun Injured

Bhopal Desi Gun Injured: दिवाली पर मध्य प्रदेश के बाजारों, विशेषकर भोपाल में बिक रही सस्ती देसी पटाखा गन अब लोगों के लिए घातक हो गई है। इससे 23 लोगों की आंखें और चेहरे झुलक चुके हैं। डॉक्टरों से इसे खतरनाक बताया है। अब सवाल है कि आखिर प्रशासन इस पर रोक क्यों नहीं लगा रहा है। साथ इसे बेचने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है।
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