Bihar Assembly Election 2025: JMM की एंट्री से महागठबंधन में हलचल, 12 सीटों की मांग पर अड़ा झामुमो
हाइलाइट्स
- बिहार चुनाव 2025 में JMM ने मांगीं 12 सीटें
- सीट न मिलने पर JMM अकेले लड़ेगा चुनाव
- RJD ने JMM को गठबंधन में शामिल करने दिए संकेत
Bihar Assembly Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 (Bihar Assembly Election 2025) से पहले महागठबंधन में झारखंड मु्क्ति मोर्चा ने एंट्री ले ली है। झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को हराने के बाद अब JMM की नजर बिहार पर है। इसके लिए पार्टी महागठबंधन (Mahagathbandhan) में शामिल होने के लिए सक्रिय प्रयास कर रही है।
JMM ने मांगीं 12 सीटें
JMM ने राजद (RJD) के सामने 12 विधानसभा सीटों पर हिस्सेदारी की मांग रखी है, जिनमें चकाई, कटोरिया, जमुई, धमदाहा और तारापुर जैसी महत्वपूर्ण सीटें शामिल हैं। पार्टी ने साफ कर दिया है कि यदि उसे सम्मानजनक सीटें नहीं दी गईं तो वह अकेले चुनाव मैदान में उतरेगा।
2010 में चकाई से JMM विधायक सुमित कुमार की जीत इस दावे को मजबूती देती है कि झामुमो इन इलाकों में अपनी पकड़ रखता है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां आदिवासी और पिछड़े वर्गों की जनसंख्या अधिक है।
RJD ने दिखाए पॉजिटिव संकेत
राजद के राष्ट्रीय महासचिव (National General Secretary) भोला यादव ने मीडिया से बातचीत में JMM को INDIA गठबंधन (INDIA Alliance) का हिस्सा बताया और कहा कि झारखंड की तरह बिहार में भी गठबंधन संभव है। हालांकि सीट बंटवारे पर औपचारिक बातचीत नहीं हुई है, लेकिन उन्होंने संकेत दिए हैं कि रास्ता खुला है।
तेजस्वी यादव के सामने राजनीतिक चुनौती
JMM की दावेदारी से तेजस्वी यादव की राजनीतिक चुनौतियां बढ़ गई हैं। एक ओर उन्हें आदिवासी बहुल इलाकों में महागठबंधन की पैठ मजबूत करने का मौका मिल रहा है। वहीं दूसरी ओर सहयोगी दलों से सीटें छोड़वाना आसान नहीं होगा। कांग्रेस और वाम दल पहले ही सीट बंटवारे को लेकर दबाव बना रहे हैं।
2020 में भी टूटी थी बातचीत
2020 विधानसभा चुनाव में भी JMM ने गठबंधन की कोशिश की थी, लेकिन 12 सीटों की मांग पर सहमति नहीं बन पाई थी। इस बार झामुमो (JMM) ने चेतावनी दी है कि यदि उसे नजरअंदाज किया गया तो झारखंड में भी इसका असर पड़ेगा, जहां RJD-JMM मिलकर सत्ता में हैं।
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