किर्गिज़स्तान में Bihar के MBBS छात्र नीतीश की हत्या
गोपालगंज/पटना। बिहार के गोपालगंज जिले से किर्गिस्तान में पढ़ाई कर रहे एक होनहार एमबीबीएस छात्र नीतीश चौबे की हृदयविदारक हत्या कर दी गई। यह घटना नीतीश के परिजनों के लिए गहरा सदमा लेकर आई है। यूरेशियन इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, किर्गिस्तान में अंतिम वर्ष में पढ़ रहे नीतीश की हत्या उनके रूम पार्टनर दीपेश गुर्जर (निवासी राजस्थान) ने मामूली विवाद के बाद कर दी।
कुकर से सिर पर वार कर की हत्या
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार की रात नीतीश और उनके रूममेट दीपेश के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ, जो इतना बढ़ गया कि दीपेश ने रसोई में रखे प्रेशर कुकर से नीतीश के सिर पर वार कर दिया। नीतीश को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। किर्गिस्तान पुलिस ने आरोपी दीपेश को गिरफ्तार कर लिया है।
भितभेरवा गांव में पसरा मातम, विदेश मंत्रालय से शव मंगाने की गुहार
घटना की सूचना मिलते ही गोपालगंज जिले के भितभेरवा गांव में शोक की लहर दौड़ गई। नीतीश की मां और भाई सदमे में हैं। परिजनों ने विदेश मंत्रालय से शव को जल्द भारत लाने की मांग की है, ताकि अपने लाल को अंतिम विदाई दी जा सके।
डॉक्टर बनने का सपना रह गया अधूरा
नीतीश चौबे तीन भाइयों में मंझले बेटे थे। उनके पिता का पहले ही देहांत हो चुका था। मां और बड़े भाई धनु चौबे ने मेहनत कर उन्हें विदेश में मेडिकल पढ़ाई के लिए भेजा था। पढ़ाई का अंतिम महीना चल रहा था और दीक्षांत समारोह में परिवार के सदस्य को बुलाने की योजना बना रहे थे। लेकिन अब ये सपना अधूरा रह गया।
रूम पार्टनर से चल रहा था विवाद, रूम बदलने की दी गई थी सलाह
परिजनों के मुताबिक, नीतीश ने पहले भी भाई से बताया था कि रूम पार्टनर दीपेश से अक्सर विवाद होता रहता है। भाई ने रूम बदलने की सलाह दी थी, लेकिन नीतीश ने अंतिम महीने में बदलाव से परहेज़ किया। यह छोटी सी चूक उनकी जान पर भारी पड़ गई।
विदेश में भारतीय छात्रों की सुरक्षा पर सवाल
यह मामला न केवल एक छात्र की निजी त्रासदी है, बल्कि विदेश में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल उठाता है। परिजनों की मांग है कि भारत सरकार इस मामले को गंभीरता से लेकर आरोपी को कड़ी सजा दिलवाए और शव को जल्द भारत लाया जाए।
जनता और प्रशासन से अपील
परिजन:
“हमारी सरकार और विदेश मंत्रालय से विनती है कि नीतीश के पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द भारत लाया जाए। उसे गांव में अंतिम विदाई देने की इच्छा है। हम चाहते हैं कि उसके हत्यारे को कड़ी सजा मिले।”
जब सपना टूट जाता है
नीतीश चौबे की कहानी उन हजारों युवाओं की प्रतिनिधि है जो अपने सपनों को साकार करने के लिए विदेश जाते हैं, लेकिन असुरक्षा और मनमुटाव का शिकार हो जाते हैं। यह घटना सरकार, विश्वविद्यालयों और छात्रों के लिए एक चेतावनी है कि केवल पढ़ाई नहीं, बल्कि मानसिक सुरक्षा और रूममेट संबंध भी गंभीरता से लिए जाने चाहिए।