Bilaspur Religious Conversion Controversy: बिलासपुर में प्रार्थना सभा के दौरान धर्मांतरण का आरोप, हिंदू संगठनों ने मौके पर पहुंच मचाया बवाल, कुछ संदिग्ध हिरासत में
Bilaspur Religious Conversion Controversy: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बिलासपुर (Bilaspur) जिले में एक बार फिर से धर्मांतरण (Religious Conversion) को लेकर माहौल गर्मा गया है।
रविवार को सकरी थाना क्षेत्र (Sakri Police Station) के भरनी गांव (Bharni Village) में एक प्रार्थना सभा के दौरान धर्मांतरण की संदिग्ध गतिविधियों की सूचना पर हिंदू संगठन (Hindu Organization) के कार्यकर्ता अचानक मौके पर पहुंच गए।
यह भी पढ़ें: CG विधानसभा मानसून सत्र: चरणदास महंत बोले- बिजली बिल, आदिवासी हक, फर्जी धान खरीदी जैसे मुद्दों पर आक्रामक होगी कांग्रेस
प्रार्थना सभा के नाम पर नशा मुक्ति का झांसा!
मिली जानकारी के अनुसार भरनी गांव में रविवार को एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। जैसे ही हिंदू संगठनों को भनक लगी कि इस सभा के दौरान नशा मुक्ति के नाम पर धर्म परिवर्तन का प्रयास किया जा रहा है, तो कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए।
कार्यकर्ताओं का आरोप है कि सभा में आए लोगों को नशे से दूर रहने और बीमारी से ठीक होने का लालच देकर उनका ब्रेनवॉश किया जा रहा था ताकि धर्मांतरण कराया जा सके।
विवाद बढ़ा तो पुलिस पहुंची मौके पर

स्थिति बिगड़ने से पहले ही किसी ने सकरी थाना पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और सभा स्थल की जांच की।
पुलिस ने विवाद को बढ़ने से रोकने के लिए कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में ले लिया। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करते हुए आगे की जांच शुरू कर दी है।
ग्रामीणों में तनाव, सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई
घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल बन गया है। किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए भरनी गांव और आसपास के इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें।
जांच के बाद होगा खुलासा
सकरी थाना प्रभारी ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है। जांच के बाद ही यह साफ होगा कि प्रार्थना सभा के दौरान वास्तव में धर्मांतरण का प्रयास हो रहा था या नहीं।
पुलिस ने यह भी साफ किया कि यदि किसी भी तरह की अवैध गतिविधि पाई जाती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
बिलासपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में पिछले कुछ सालों में धर्मांतरण से जुड़े कई मामले सामने आए हैं। इस वजह से हिंदू संगठन पहले से ही सतर्क रहते हैं और ऐसे आयोजनों पर कड़ी नजर रखते हैं। भरनी गांव का यह मामला भी अब राजनीतिक और सामाजिक बहस का विषय बन सकता है।
यह भी पढ़ें: CG विधानसभा मानसून सत्र: BJP विधायक दल की बैठक सम्पन्न, CM ने विधायकों को दी शत-प्रतिशत उपस्थिति और तैयारी के निर्देश