बर्बादी की कगार पर अनाजमंडियों में खुले आसमान के नीचे पड़ा अनाज
हरियाणा में बारिश की संभावना के बीच अनाजमंडियों में खुले आसमान के नीचे पड़ा अनाज एक बार फिर बर्बाद होने की कगार पर है। चरखी दादरी अनाज मंडी में बीते दिनों हुई बारिश से हुए नुकसान के बाद भी प्रशासन अभी नहीं जागा है। अनाजमंडी में हजारों क्विंटल अनाज बर्बादी की कगार पर है। सरसों और गेहूं का उठान नहीं होने से आढ़तियों और किसानों को नुकसान और परेशानी हो रही है।
आपको बता दें, मौसम विभाग की चेतावनी के बाद हुई बारिश और आगामी दिनों में बारिश की संभावना के बाद भी अनाज मंडी प्रशासन नहीं जागा है। वहीं मंडियों में हजारों क्विंटल सरसों और गेहूं खुले आसमान में बर्बादी के कगार पर पड़ा है। बारिश होने के कारण अनाजमंडी में पड़ा अनाज 20 प्रतिशत तक खराब हो गया है। आढ़तियों का कहना है कि सरकार की ओर से उठान नहीं होने से आढ़तियों और किसानों को नुकसान हो रहा है।
मौसम विभाग ने आगामी दिनों में फिर से बारिश की संभावना जताई है। इस कारण अगर अनाजमंडियों में खुले आसमान के नीचे पड़ा गेहूं व सरसों का उठान ना किया गया और उसे सुरक्षित रखने और ढकने का कोई पुख्ता प्रबंध नहीं हुआ तो भारी मात्रा में अनाज बर्बाद हो जाएगा। मंडी के पूर्व प्रधान रामकुमार रिटोलिया और आढ़ती विनोद गर्ग ने कहा कि उठान धीमा होने के कारण अनाज खुले में पड़ा है। पहले हुई बारिश के कारण कुछ फीसदी अनाज खराब भी हुआ है। इससे आढ़तियों को नुकसान हुआ है और वहीं खरीद बंद करने से आढ़तियों व किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।