CG Mausam Update: प्रदेश में घटेगी बारिश की तीव्रता, रायपुर में गरज-चमक के साथ बरसात की संभावना, जानें आपके इलाके का हाल
हाइलाइट्स
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सरगुजा में भारी बारिश दर्ज
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रायपुर में गरज-चमक की संभावना
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बारिश की गतिविधियां होंगी कम
CG Mausam Update: प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कई हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा (Light to Moderate Rainfall) दर्ज की गई है। सरगुजा संभाग के कुछ इलाकों में भारी बारिश (Heavy Rainfall) भी देखने को मिली। हालांकि, मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में मेघगर्जन की गतिविधियों और वर्षा की तीव्रता में कमी आने की संभावना जताई गई है।
पिछले 24 घंटे का मौसम हाल
प्रदेश में दुर्ग और जगदलपुर में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 19.0 डिग्री सेल्सियस दुर्ग में रिकॉर्ड किया गया। बीते दिन रामानुजगंज (8 सेमी), कापू (6 सेमी), सामरी (6 सेमी), चंदो (5 सेमी), रायपुर शहर (5 सेमी) समेत कई जगहों पर अच्छी बारिश हुई। वहीं रायपुर, बलरामपुर, भखारा, बगीचा, गुरुर, प्रतापपुर, धमतरी और धमतरी के आसपास के इलाकों में भी 3 से 5 सेमी तक वर्षा दर्ज की गई।
सिनोप्टिक सिस्टम और मानसून की स्थिति
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून (Southwest Monsoon) की वापसी रेखा पंजाब, हरियाणा, राजस्थान होते हुए गुजरात तक पहुंच चुकी है। इसके अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार पर ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) सक्रिय है। वहीं मध्य प्रदेश से बंगाल की खाड़ी तक एक द्रोणिका (Trough) बनी हुई है, जिसके चलते छत्तीसगढ़ में स्थानीय स्तर पर बारिश हो रही है।
आगामी पूर्वानुमान और चेतावनी
मौसम विभाग ने बताया कि 18 सितंबर को रायपुर शहर में आंशिक मेघमय आकाश के बीच गरज-चमक (Thunderstorm) के साथ बारिश हो सकती है। अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
- जांजगीर-चांपा, रायगढ़ और कोरबा जिलों में अचानक तेज हवा (30-40 kmph), मेघगर्जन और आकाशीय बिजली (Lightning) के साथ मध्यम वर्षा की संभावना है।
- वहीं बलौदा बाजार, बिलासपुर, जशपुर, मुंगेली, गौरेला-पेंड्रा मरवाही, सूरजपुर और सरगुजा में हल्की वर्षा हो सकती है।
क्यों कम हो रही है बारिश की तीव्रता?
सितंबर के मध्य तक पहुंचते-पहुंचते दक्षिण-पश्चिम मानसून कमजोर पड़ने लगता है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी से नमी (Moisture) की आपूर्ति कम हो रही है और मानसून की वापसी की प्रक्रिया (Monsoon Withdrawal) शुरू हो चुकी है। ऐसे में बारिश की गतिविधियों में कमी देखी जा रही है। हालांकि, लोकल सिस्टम (Local Weather Systems) के कारण गरज-चमक के साथ छिटपुट बरसात अभी जारी रहेगी।
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किसानों और आम जनता के लिए सलाह
- किसानों को सलाह दी गई है कि वे धान की फसल में पानी का उचित प्रबंधन (Crop Water Management) करें, क्योंकि अगले हफ्ते से बारिश में कमी आने की संभावना है।
- लोगों को आकाशीय बिजली से बचाव (Lightning Safety) के लिए सावधान रहने, खुले मैदान और पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचने की हिदायत दी गई है।
- शहरों में जलभराव (Urban Flooding) की स्थिति फिलहाल कम होगी, लेकिन गरज-चमक वाली बारिश के समय सावधानी बरतना जरूरी है।
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 2 दिनों तक प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा (Scattered Rainfall) और एक-दो स्थानों पर मेघगर्जन के साथ वज्रपात (Thunderstorm with Lightning) की स्थिति बन सकती है। इसके बाद धीरे-धीरे बारिश और कम होने लगेगी और अक्टूबर की शुरुआत तक मानसून की वापसी की संभावना है।
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