Delhi Blast UP ATS Action: दिल्ली ब्लास्ट केस में कानपुर से डॉ. आरिफ गिरफ्तार, ATS ने जब्त किए लैपटॉप-मोबाइल, लंबे समय से शाहीन-परवेज के संपर्क था
हाइलाइट्स
- दिल्ली ब्लास्ट कनेक्शन में कानपुर के डॉक्टर आरिफ हिरासत में
- ATS-NIA की संयुक्त टीम कानपुर में जांच में जुटी
- डॉक्टर शाहीन नेटवर्क से जुड़े कई नामों की तलाश
रिपोर्ट – अनुराग श्रीवास्तव
Delhi Blast UP ATS Action: दिल्ली ब्लास्ट (Delhi Blast) के बाद उत्तर प्रदेश एटीएस (UP ATS) एक्शन मोड में आ गई है। जांच के सिलसिले में एटीएस ने कानपुर (Kanpur News) के कार्डियोलॉजी अस्पताल के डॉक्टर मोहम्मद आरिफ (Dr. Mohammad Arif) को हिरासत में लिया है। वह मूल रूप से जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग (Anantnag, Jammu-Kashmir) के रहने वाले हैं। बताया जा रहा है कि डॉक्टर आरिफ आतंकी शाहीन और उसके भाई परवेज के संपर्क में थे।
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— Bansal News Digital (@BansalNews_) November 13, 2025
कानपुर के अशोकनगर से डॉक्टर आरिफ गिरफ्तार
एटीएस की टीम बुधवार देर रात कानपुर के अशोकनगर इलाके में डॉक्टर आरिफ के किराए के मकान पर पहुंची। टीम ने उनके कमरे का ताला तोड़कर तलाशी ली और वहां से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, लैपटॉप और मोबाइल फोन जब्त किए। सूत्रों के अनुसार, डिवाइस से संदिग्ध डेटा (Suspicious Data Found in Laptop and Mobile) बरामद हुआ है। इसके बाद एटीएस डॉक्टर आरिफ को दिल्ली ले गई है, जहां उन्हें दिल्ली ब्लास्ट के आरोपियों से आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जाएगी।
मकान मालिक और अस्पताल स्टाफ से हुई पूछताछ

बुधवार दोपहर पुलिस ने डॉक्टर आरिफ के मकान मालिक से पूछताछ की। मकान मालिक ने बताया, “आरिफ चुपचाप रहता था, किसी से दुआ-सलाम नहीं करता था। उसे देखकर कभी ऐसा नहीं लगा कि वह किसी संदिग्ध गतिविधि में शामिल होगा।” इसके अलावा, एटीएस और पुलिस की टीमें कार्डियोलॉजी अस्पताल (Cardiology Hospital Kanpur) भी पहुंचीं, जहां डॉक्टर आरिफ के सहयोगी डॉक्टरों और छात्रों से सवाल-जवाब किए गए।
ATS-NIA की टीमों ने डाला कानपुर में डेरा
दिल्ली ब्लास्ट कनेक्शन (Delhi Blast Connection) की जांच के लिए ATS और NIA की संयुक्त टीमें कानपुर में डेरा डाले हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक, आज भी जांच टीमें कानपुर मेडिकल कॉलेज (Kanpur Medical College) का दौरा कर सकती हैं ताकि डॉक्टर शाहीन नेटवर्क (Dr. Shaheen Network) से जुड़ी और कड़ियां तलाश की जा सकें।
साथियों ने बताया – बुर्के में कॉलेज आती थी शाहीन
डॉ. शाहीन, जो फार्माकोलॉजी विभाग (Pharmacology Department) में तैनात थी, के बारे में कॉलेज के शिक्षकों और सहयोगियों ने बताया कि वह बेहद शांत स्वभाव की थी और हमेशा बुर्का या हिजाब पहनकर कॉलेज आती थी। “वह अपने मजहब से किसी तरह का समझौता नहीं करती थी और अपने काम से काम रखती थी,” – कॉलेज स्टाफ ने बताया।
फार्माकोलॉजी विभाग से जुड़ी थी डॉ. शाहीन
कानपुर मेडिकल कॉलेज के फार्माकोलॉजी विभाग (Kanpur Pharmacology Department) में तैनात शाहीन दवाओं के अध्ययन, उनके प्रभाव और उपयोग पर रिसर्च करती थी। यह विभाग मेडिकल शिक्षा का एक अहम हिस्सा है, जहां छात्रों को सिखाया जाता है कि कौन-सी दवा किस बीमारी में और कितनी मात्रा में दी जानी चाहिए।
जम्मू-कश्मीर से जुड़े 7 छात्र भी ATS के रडार पर
कानपुर मेडिकल कॉलेज के कार्डियोलॉजी विभाग में इस समय जम्मू-कश्मीर के रहने वाले सात छात्र DM (Doctorate of Medicine) की पढ़ाई कर रहे हैं। एटीएस इन छात्रों के बैकग्राउंड और संपर्कों की भी जांच कर रही है, ताकि आतंकी शाहीन नेटवर्क (Shaheen Terror Network) से जुड़े और लोगों की पहचान की जा सके।
कौन हैं डॉक्टर आरिफ?


डॉ. मोहम्मद आरिफ ने जम्मू-कश्मीर से एमबीबीएस (MBBS) किया है और तीन महीने पहले ही कानपुर कार्डियोलॉजी संस्थान में नौकरी जॉइन की थी। हॉस्टल में जगह न होने के कारण वे अशोकनगर में किराए के घर में रहते थे। बुधवार को सुबह 2 से 5 बजे तक उन्होंने इमरजेंसी ड्यूटी की थी और फिर घर लौट आए थे, जहां से ATS ने उन्हें हिरासत में लिया।
ATS की जांच तेज


दिल्ली ब्लास्ट केस (Delhi Blast Case 2025) में हुई ताजा कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि ATS और NIA अब उत्तर प्रदेश के कई जिलों में नेटवर्क खंगाल रही हैं। सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में शाहीन से जुड़े कई और नाम सामने आ सकते हैं।
डॉ. आरिफ केस में कार्डियोलॉजी प्रशासन का बयान
कानपुर। दिल्ली ब्लास्ट कनेक्शन में डॉक्टर आरिफ की गिरफ्तारी के बाद कार्डियोलॉजी प्रशासन ने अपना पक्ष रखा है। विभागाध्यक्ष डॉ. अवधेश ने बताया कि “डॉ. आरिफ कभी किसी संदिग्ध गतिविधि में शामिल नहीं दिखे। वह चार महीने पहले ही एमडी करने आए थे।”
आरिफ के साथ फ्लैट शेयर करने वाले डॉ. अभिषेक ने भी कहा कि उन्होंने कभी आरिफ को किसी संदिग्ध हरकत में नहीं देखा। उन्होंने बताया, “आरिफ ने मुझसे कहा था कि उनके पिता को कैंसर है और इलाज चल रहा है।” कार्डियोलॉजी प्रशासन ने यह भी कहा कि अब संस्थान के सभी डॉक्टर्स और कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन कराया जाएगा।
डॉ. परवेज के कनेक्शन की जांच
एटीएस की जांच में सामने आया है कि डॉ. परवेज और डॉ. शाहीन की कई बार मुलाकात सहारनपुर में हुई थी। परवेज ने लखनऊ के एरा मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया था और 2015 में आगरा के सरोजिनी नायडू अस्पताल में नौकरी शुरू की थी।
4 नवंबर 2016 को इस्तीफा देने के बाद वह करीब डेढ़ साल तक गायब रहा। इस दौरान उसने मालदीव में भी नौकरी की। मई 2018 में परवेज ने सहारनपुर मेडिकल कॉलेज ज्वाइन किया और जुलाई 2021 में इंटीग्रल यूनिवर्सिटी से जुड़ गया। जांच एजेंसियां अब अदील और मुजम्मिल नाम के दो व्यक्तियों से उसके संबंधों की पड़ताल कर रही हैं।
Delhi Blast Update: हरियाणा में मिली तीसरी संदिग्ध कार, चौथी की तलाश जारी, लाल रंग की इकोस्पोर्ट से ढोया गया विस्फोटक

दिल्ली के लाल किला ब्लास्ट मामले में जांच एजेंसियों ने बड़ा खुलासा किया है। अब पता चला है कि ब्लास्ट की प्लानिंग सिर्फ 2 नहीं, बल्कि 4 गाड़ियों में धमाका करने की थी। संदिग्ध हमलावरों ने दो और पुरानी गाड़ियां तैयार करने की योजना बनाई थी, ताकि हमले को और बड़ा बनाया जा सके। इस खबर से जुड़े लाइव अपडेट देखने के लिए क्लिक करें