तेलंगाना के श्रद्धालु ने बाबा लाट भैरव को अर्पित किया रजत दंड, अष्टमी पर हुआ विशेष पूजन
वाराणसी। आषाढ़ कृष्ण पक्ष अष्टमी के पावन अवसर पर बुधवार को कज्जाकपुरा स्थित बाबा लाट भैरव मंदिर में पारंपरिक श्रद्धा और भक्ति के साथ विशेष अनुष्ठान आयोजित किया गया। अष्टमी तिथि पर अनादिकालेश्वर लाट भैरव का विधिपूर्वक अर्धमासिक पूजन संपन्न हुआ, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
पूजन से पूर्व बाबा लाट भैरव का मनोहारी शृंगार किया गया। उन्हें वस्त्राभूषणों से अलंकृत किया गया। बाबा को उनके विशिष्ट ‘दंडाधिकारी स्वरूप’ में पूजा गया, जिसे काशी में न्याय और दंड विधान का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि बाबा के इस रूप के दर्शन मात्र से भैरवी यातनाओं से मुक्ति मिलती है।
इस बार पूजन का विशेष आकर्षण रहा तेलंगाना से आए एक भक्त द्वारा बाबा को अर्पित किया गया रजत दंड। सवा किलो चांदी से निर्मित यह दंड बाबा के विग्रह के बाएं ओर विधिवत स्थापित किया गया, जिससे वातावरण में भक्तिभाव और अधिक गहन हो गया।
मुख्य अनुष्ठान आचार्य रविंद्र त्रिपाठी के आचार्यत्व में संपन्न हुआ, जिसमें त्रिवेंद्रम निवासी कुमार गणेश मुख्य यजमान रहे। यज्ञशाला में देर रात तक वैदिक मंत्रों के साथ आहुतियों का क्रम चलता रहा। अंत में भव्य आरती और प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
इस पावन अवसर पर मंदिर प्रबंधक समिति के सदस्यों के साथ रोहित जायसवाल, छोटन केशरी, मुन्ना लाल यादव, नंदलाल प्रजापति, शिवम अग्रहरि, अंकित जायसवाल, रवि कुशवाहा और आलोक सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।