हजारों वर्षों बाद भी कोई नया तुलसीदास क्यों नहीं हुआ? Darbhanga में हुआ ब्राह्मण समाज का ऐतिहासिक मिलन,जानिए क्या बताया ब्राह्मण धर्म का असली अर्थ

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प्रभाष रंजन, दरभंगा | ऑल बिहार ब्राह्मण फेडरेशन की दरभंगा इकाई के तत्वावधान में रविवार को बलभद्रपुर, वार्ड संख्या 44 स्थित ब्राह्मण महासभा प्रांगण में एक विशेष परिचर्चा का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ब्राह्मण समाज की वर्तमान सामाजिक और राजनीतिक स्थिति पर विचार करना था।

दीप प्रज्वलन से हुई शुरुआत, ब्राह्मण के मूल तत्वों की चर्चा

कार्यक्रम का उद्घाटन कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर देव नारायण झा ने दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि:

ब्राह्मण का अर्थ केवल जन्म से नहीं, बल्कि उसमें विद्या, तप और आचरण का समावेश होना चाहिए।

प्रो. झा ने तुलसीदास, मनु, कालिदास और विद्यापति जैसे महापुरुषों का उल्लेख करते हुए कहा कि हजारों वर्षों में भी उनके जैसा कोई दूसरा नहीं हुआ। उन्होंने आगे कहा कि:

ब्राह्मण वह है जो समाज को विद्या, नीति और धर्म का मार्ग दिखाता है, न कि केवल किसी जाति विशेष का नाम है।
मनु मनुस्मृति में भी कहा गया है कि ब्राह्मण दूसरों का नहीं, केवल सत्य और धर्म का उपभोग करता है।

ब्राह्मण समाज में महिलाओं के योगदान पर भी जोर

डॉ. पूनम कुमारी मिश्रा ने कहा कि ब्राह्मण समाज को केवल पुरुषों के परिप्रेक्ष्य में नहीं देखा जाना चाहिए। महिलाओं की भूमिका भी उतनी ही अहम है।

हमें समाज की महिलाओं के शिक्षा, सशक्तिकरण और सामाजिक भागीदारी पर भी उतना ही ध्यान देना होगा।

राजनीतिक रूप से कमजोर हो रहा है ब्राह्मण वर्ग

डॉ. सी एस झा ने कहा कि आज के समय में ब्राह्मण समाज की राजनीतिक भागीदारी बेहद सीमित हो गई है, जबकि स्वतंत्रता के बाद ब्राह्मणों का भारत की राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान था। उन्होंने कहा:

आज ब्राह्मणों की राजनीतिक शक्ति नगण्य होती जा रही है। हमें एकजुट होकर राजनीतिक भागीदारी बढ़ाने की आवश्यकता है।

सामाजिक एकता की आवश्यकता पर बल

फेडरेशन के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सुशील चौधरी ने कहा कि आज ब्राह्मण समाज को राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर एकजुट होने की जरूरत है। उन्होंने कहा:

आज के कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों की भागीदारी यह दर्शाती है कि समाज में जागरूकता बढ़ रही है।

डॉ. मृदुल शुक्ला ने कहा कि अब समय आ गया है कि सभी ब्राह्मण समाज के लोग एक हो जाएं और आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर ब्राह्मणों की सहायता करें।

सफल आयोजन: सामूहिक प्रतिबद्धता का प्रतीक

ऑल बिहार ब्राह्मण फेडरेशन के दरभंगा जिला अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी उर्फ पप्पू चौधरी ने कहा कि यह परिचर्चा ब्राह्मण समाज के सामाजिक उत्थान की दिशा में सार्थक पहल है। उन्होंने कार्यक्रम की सफलता पर सभी का धन्यवाद दिया।

प्रमुख उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों की सूची

कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ. उद्भट मिश्र और डॉ. आनंद झा ने किया। उपस्थित प्रमुख बुद्धिजीवियों में शामिल थे:

  • मनोज कुमार झा

  • अभयानंद झा

  • अवधेश कुमार मुन्ना

  • मणिकांत मिश्रा

  • प्रशांत कुमार

  • प्रदीप ठाकुर

  • कृष्णमोहन झा

  • हेमंत झा

  • डॉ. संदीप मिश्रा

  • डॉ. विनय मिश्रा

  • एडवोकेट अमरेंद्र कुमार

  • डॉ. आर के पाठक

  • डॉ. ए सी मिश्रा

  • और सैकड़ों परशुराम वंशज जिन्होंने इस आयोजन को गौरवशाली बनाया।

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