दिल्ली के ‘चोर बाजार’ में कौड़ियों के भाव मिलेगा हर एक घरेलू सामान, महज 500 रुपये में कर पाएंगे दिल खोलकर शॉपिंग
नई दिल्ली | भारत में शॉपिंग के दीवानों की कोई कमी नहीं है. कई बार हम बिना जरूरत के भी कुछ सामान खरीद लाते हैं और बाद में पछताते हैं कि पैसे बर्बाद कर दिए. अब आपको चिंता करने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि हम आपको दिल्ली के एक ऐसे अनोखे बाजार के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां रोजमर्रा का सामान इतनी कम कीमत पर मिलता है कि आपको शॉपिंग पर पैसे खर्च करने का कोई मलाल नहीं होगा. इतना ही नहीं, आप खुद यहां से खरीदारी करने के बाद अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को भी इस बाजार में जाने की सलाह देंगे.
लाल किले के पास मौजूद
दिल्ली की गलियों में वैसे तो कई सस्ते बाजार हैं, लेकिन लाल किले के पास स्थित इस खास बाजार ‘चोर बाजार’ की बात ही कुछ और है. जामा मस्जिद के पास स्थित इस बाजार की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां मिलने वाला सामान इतना सस्ता होता है कि ग्राहक उलझन में पड़ जाते हैं कि क्या खरीदें और क्या छोड़ दें. यहां महज ₹500 में ही आप जरूरत की कई चीजें खरीद सकते हैं, जो आमतौर पर अन्य बाजारों में कई गुना महंगी मिलती हैं.
हर रविवार लगता है बाजार
इस बाजार की सबसे खास बात यह है कि यह केवल रविवार को ही खुलता है और वो भी केवल सुबह के समय. लोगों का इस बाजार के लिए इतना ज़्यादा क्रेज़ होता है कि वो सप्ताह भर इसके खुलने का इंतजार करते हैं. जैसे ही रविवार आता है, सुबह से ही भीड़ उमड़ने लगती है. सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि आस- पास के राज्यों से भी लोग यहां सामान खरीदने आते हैं.
इस बाजार में मोबाइल फोन, लैपटॉप, स्मार्ट वॉच, कैमरा, शूज, ट्रैवेल बैग, ब्रांडेड कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक व इलेक्ट्रिकल आइटम्स, मसाले, खाने- पीने की चीज़ें और रसोई के अन्य सामान बेहद सस्ते दामों में मिलते हैं. यहां तक कि विदेशी प्रोडक्ट्स भी इस बाजार में देखने को मिल जाते हैं.
मोलभाव के बिना नहीं मिलेगी सस्ती डील
दुकानदार बताते हैं कि यह सभी प्रोडक्ट सेकंड हैंड या कबाड़ से खरीदे गए होते हैं, लेकिन अक्सर यह भी सुनने को मिलता है कि इनमें चोरी का सामान भी शामिल होता है. इस बाजार का फायदा उठाने के लिए आपको रविवार सुबह जल्दी पहुंचना होगा, क्योंकि यह बाजार केवल सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक ही लगता है. यहां लोग खाली थैलों के साथ आते हैं और खरीदारी के बाद भरे हुए थैलों के साथ लौटते हैं.
यहां सड़क किनारे बैठे दुकानदार महंगी चीजें भी बेहद सस्ते दाम पर बेचते हैं. यहां मोलभाव किए बिना कोई सामान लेना मुश्किल है. अगर आप मोलभाव करने में माहिर हैं, तो यह बाजार आपके लिए किसी खजाने से कम नहीं.
बन चुका दिल्ली की सांस्कृतिक पहचान
समय बीतने के साथ यह बाजार सिर्फ एक खरीदारी का अड्डा नहीं रहा, बल्कि यह राजधानी की सांस्कृतिक पहचान भी बन चुका है. दिल्ली ही नहीं बल्कि आसपास के लोग, यहां तक कि विदेशी पर्यटक भी यहां नजर आ जाते हैं. बीते काफी दशकों से यह हमेशा आकर्षण का केंद्र बना रहा है. जामा मस्जिद के पास स्थित इस बाजार में आपको राजधानी दिल्ली की एक अलग ही छटा देखने को मिलती है.