Gopal Khemka Murder Case: गोपाल खेमका हत्याकांड में पटना IG का एक्शन! मर्डर के डेढ़ घंटे बाद पहुंचने पर SHO सस्पेंड
हाइलाइट्स
- SHO राजेश कुमार लापरवाही पर निलंबित
- हत्या की वजह बना जमीन विवाद: SSP
- 4 दिन में शूटर उमेश यादव गिरफ्तार
Patna Gopal Khemka Murder: राजधानी पटना के चर्चित व्यापारी गोपाल खेमका हत्याकांड (Gopal Khemka Murder Case) में पुलिस की लापरवाही सामने आने के बाद बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की गई है। गांधी मैदान थाने के SHO राजेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई पटना के IG द्वारा SSP की सिफारिश पर की गई है। SHO पर आरोप है कि घटना के करीब डेढ़ घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची, जिससे जांच और कार्रवाई में देरी हुई।
हत्या की पूरी कहानी?
4 जुलाई 2025 को पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र में व्यापारी गोपाल खेमका की उनके घर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना उस वक्त हुई जब वे बांकीपुर क्लब से लौट रहे थे। जैसे ही वे अपने आवास के पास पहुंचे, पहले से पीछा कर रहे दो संदिग्धों ने शूटरों को इशारा किया और फिर गोलीबारी कर उनकी हत्या कर दी गई।
पुलिस की लापरवाही से बिगड़ा मामला
हत्या की सूचना के करीब डेढ़ घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची, जिससे घटना स्थल से सबूतों के मिटने और शूटरों के फरार होने की संभावना बढ़ गई। इस लापरवाही को लेकर पटना पुलिस प्रशासन पर सवाल उठे। इसके बाद SHO राजेश कुमार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया।
हत्या की जांच: STF, CID और लोकल पुलिस सक्रिय
हत्या के बाद पुलिस प्रशासन ने गंभीरता दिखाते हुए तीन टीमों का गठन किया:
स्पेशल टास्क फोर्स (STF)
क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID)
स्थानीय पुलिस टीम
इन टीमों की तेजी से कार्रवाई के चलते:
शूटर उमेश यादव को 4 दिन के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया।
8 जुलाई को दूसरा आरोपी विकास उर्फ राजा एक मुठभेड़ में मारा गया।
हत्या के मास्टरमाइंड और लोहे के व्यापारी अशोक साव को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
जमीन विवाद बना हत्या की वजह
पटना के SSP कार्तिकेय शर्मा ने इस हत्या का मुख्य कारण जमीन विवाद बताया है। उन्होंने कहा कि खेमका कई जमीनों से जुड़े विवाद में शामिल थे और इसी को लेकर उनकी हत्या की गई। पुलिस को कई ऑडियो क्लिप भी मिले हैं, जिनसे यह साफ होता है कि यह हत्या सुनियोजित थी और इसमें कई स्तरों पर साजिश रची गई थी।
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