मात्र 3 साल की उम्र में गंवाया था हाथ, अब वर्ल्ड पैरा चैंपियनशिप में जीता गोल्ड मेडल; पढ़िए रिंकू हुड्डा की संघर्ष भरी कहानी
रोहतक | खेल मैदान से हरियाणा के लिए एक और गौरवमई खबर सामने आई है. नई दिल्ली में आयोजित विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रोहतक के होनहार रिंकू हुड्डा ने गोल्ड मेडल जीतकर हरियाणा और हिंदुस्तान का गौरव बढ़ाया है. बता दें कि साल 2003 में हुएं एक दर्दनाक हादसे में रिंकू हुड्डा ने अपना एक हाथ गंवा दिया था. तब उनके भविष्य को लेकर लोग तरह- तरह की बातें करते थे कि इस बच्चे का आगे जाकर क्या होगा, लेकिन रिंकू ने अपनी कड़ी मेहनत और सच्ची लगन से दिखा दिया है कि विपरीत परिस्थितियों में भी इंसान को हार नहीं माननी चाहिए.
गंवाया था बायां हाथ
विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के तीसरे दिन रोहतक जिले के गांव धामड़ निवासी रिंकू हुड्डा ने पुरूषों की F- 46 भाला फेंक इवेंट में 66.37 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया. गोल्ड मेडल जीतने पर उन्होंने कहा कि यह मेरी पहली प्रतियोगिता थी, जो भारत में हुई. मैदान पर माहौल शानदार था और आज सब कुछ मेरे पक्ष में रहा. अपने लोगों के सामने गोल्ड मेडल जीतने की खुशी को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है. पिता ने कहा कि बेटे ने अपनी मेहनत से आज हमारा ही नहीं बल्कि समूचे देश का नाम रोशन कर दिया है.
एक साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले रिंकू हुड्डा जब महज 3 साल के थे तब खेत में खेलते समय उनका बायां हाथ धान बोने वाली मशीन में फंस गया था. इस दर्दनाक हादसे में उन्हें अपना एक हाथ गंवाना पड़ा था. उन्हें इस घटना के बारे में याद नहीं है क्योंकि उस समय उनकी उम्र बहुत कम थी, लेकिन उनके माता- पिता ने उन्हें 8 साल की उम्र में इसके बारे में बताया था.
रिंकू हुड्डा की उपलब्धियां
- 2018: एशियाई पैरा खेलों में कांस्य पदक जीता.
- 2023: वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता.
- 2023: एशियाई पैरा खेलों में सिल्वर पदक हासिल किया.
- 2025: वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता.