Harda Karni Sena Case: राजपूत समाज के समर्थन में आए दिग्विजय सिंह, कलेक्टर, एसपी समेत जिम्मेदार अफसरों को हटाने की मांग – Bansal news

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Harda Karni Sena Protest Case: ठगी के एक मामले में मध्यप्रदेश के हरदा में पिछले तीन दिन से बवाल मचा हुआ है। सोमवार, 14 ज़ुलाई को करणी सेना परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर सहित अन्य लोगों को सशर्त रिहा कर दिया गया। इसी घटनाक्रम को लेकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह आज हरदा पहुंचे और राजपूत समाज के लोगों के साथ मारपीट की निंदा की। राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा, कि राजपूत समाज के ज्ञापन में मांगों का हम समर्थन करते हैं।

यहां बता दें राजपूत समाज ने 12-13 जुलाई को पुलिस की बरबतापूर्ण कार्यवाही की न्यायिक जांच की मांग की है। साथ कहा गया है कि मौजूदा प्रशासन के रहते यह जांच निष्पक्ष नहीं हो सकती, लिहाजा कलेक्टर, एसपी, एसडीएम और एसडीओपी को तत्काल हटाना चाहिए।

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह हरदा में राजपूत समाज के प्रतिनिधियों के साथ प्रशासन को ज्ञापन देने जाते हुए।

टिमरनी विधायक शाह की पुलिस से बहस

राजपूत समाज के कई संगठनों ने करणी सेना के लोगों के साथ सामूहिक रूप से अपनी मांगों को लेकर एडीएम को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान पूर्व सीम दिग्विजय सिंह, कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह, टिमरनी विधायक अभिजीत शाह समेत कई राजपूत समाज के प्रतिनिधि मौजूद थे।

ज्ञापन देने जाने के दौरान पुलिस ने टिमरनी विधायक अभिजीत शाह को रोकने का प्रयास किया। जिस पर उनकी पुलिस से बहस हो गई। जयवर्धन सिंह ने पुलिस का बताया कि विधायक जी हैं। आने दीजिए।

जीवन सिंह को सशर्त रिहाई

इससे पहले सोमवार सुबह जीवनसिंह शेरपुर को कृष्णा अजय पाल, राहुल पिता भारत और नेपाल पिता विक्रम सिंह को सशर्त रिहा किया गया। रिहाई एसडीएम कुमार शानू देवड़िया की उपस्थिति में हुई। इसके बाद करणी सेना के में 50 और सदस्यों को दोपहर में रिहा किया गया।

इधर, एसडीएम ने बताया कि सोमवार, 14 जुलाई को सभी लोगों को रिहा कर दिया है। प्रशासन ने जीवन सिंह शेरपुर को जिला सीमा से बाहर जाकर छोड़ा है। उनसे लिखित में लिया गया है कि वे हरदा में किसी भी तरह के आंदोलन या प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लेंगे।

रिहाई के बाद करणी सेना परिवार के अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर ने कहा कि अभी कोई साथी हरदा न आएं। आंदोलन जारी रहेगा, लेकिन तारीख नई तय करेंगे।

दिग्विजय ने कहा-प्रशासनिक अफसरों को हटाने के बाद जांच हो

एडीएम से मुलाकात के बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह कोई कांग्रेस का मेमोरंडम नहीं है। हम तो यहां राजपूत समाज के 2-3 संगठनों से जो ज्ञापन दिया है। उसका हम समर्थन करते हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा पुलिस ने राजपूत समाज के लोगों से नाम पूछा, जिसका नाम के आगे सिंह लगा था उसे पीटा गया है। करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवनसिंह शेरपुर को होटल से धरनास्थल पर बुलाकर मारपीट की गई।

उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में दोनों दिनों(12-13 जुलाई) के फुटेज के आधार पर किसी रिटायर्ड जज से मामले की न्यायिक जांच कराई जाए। कलेक्टर, एसपी, एसडीएम, एसडीपीओ को हटाना चाहिए क्योंकि उनके यहां पर रहते निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि पुलिस ने निर्दोषों पर बर्बरता की है, जिसकी वह निंदा करते हैं।

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रिहा होने के बाद करणी सेना प्रमुख ने कहा

हरदा जेल से रिहा होने के बाद करणी सेना परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर देवास पहुंचे। यहां उन्होंने कहा, वे मुख्यमंत्री को सबूत, रिपोर्ट और वीडियो सौंपेंगे। शेरपुर ने स्पष्ट किया कि संगठन की बैठक तब तक नहीं होगी, जब तक सभी साथी रिहा नहीं हो जाते। शेरपुर ने कहा कि जब तक प्राण हैं, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं को आगामी आंदोलन के लिए तैयार रहने का संकेत दिया।

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