Ambikapur: बरसते पानी में स्वास्थ्य कर्मचारियों ने निकाली रैली, 16 हजार कर्मचारी कर रहें हैं प्रदर्शन, कल विधानसभा का करेंगे घेराव
Ambikapur: अंबिकापुर में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों ने आज विरोध प्रदर्शन किया और विरोध प्रदर्शन करते हुए उन्होंने सरकार को चुनावी वादे का याद दिलाया और कहा कि उनसे वादा किया गया था कि 100 दिन के भीतर उन्हें रेगुलर कर दिया जाएगा, लेकिन अब तक उन्हें नियमित नहीं किया गया है.
Ambikapur: अंबिकापुर में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों ने आज विरोध प्रदर्शन किया और विरोध प्रदर्शन करते हुए उन्होंने सरकार को चुनावी वादे का याद दिलाया और कहा कि उनसे वादा किया गया था कि 100 दिन के भीतर उन्हें रेगुलर कर दिया जाएगा, लेकिन अब तक उन्हें नियमित नहीं किया गया है. इसके अलावा उनका नाम बीमा किया गया है और न हीं उन्हें सरकार की दूसरी सुविधाओं का लाभ मिलता है.
बरसते पानी में स्वास्थ्य कर्मचारियों ने निकाली रैली
छत्तीसगढ़ में 16000 ऐसे कर्मचारी हैं, जिन्होंने आज अपने-अपने जिलों में विरोध प्रदर्शन किया और कल यानी गुरुवार को विधानसभा का कर्मचारियों के द्वारा घेराव किया जाएगा. दूसरी तरफ कर्मचारियों की आंदोलन के कारण प्रदेश के उप स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा जिला अस्पताल में भी व्यवस्था प्रभावित हुई है.
अपनी मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
आंदोलन कर रहे कर्मचारियों ने जो मांग पत्र सरकार को दिया है, उसमे कहा है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत लगभग 16 हजार कर्मचारी कार्य कर रहे हैं जिसमें चिकित्सकीय तथा प्रबंधकीय दोनों ही प्रकार के कैडर मिलकर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में काम कर रहे हैं. जिससे राज्य को स्वास्थ्य क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया है. कोविड काल में विषम परिस्थितियों में कार्य किया गया, कई संविदा कर्मचारियों को जान भी गंवानी पड़ी. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारी वर्ष 2018 में निर्मित मानव संसाधन नीति के दिशा निर्देशों के तहत कार्य करते हैं. समय के साथ कर्मचारियों की समस्याओं में इजाफा होता जा रहा है तथा अब मानव संसाधन नीति में बदलाव की भी आवश्यकता है. छत्तीसगढ़ प्रदेश एनएचएम कर्मचारी संघ अधोलिखित 10 बिंदु मांगों की ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया है.
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संविलियन और स्थायीकरण एन एच एम के अनुभवी संविदा कर्मियों का सेवाकाल एवं कार्य की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए, अन्य राज्यों की तर्ज पर इनका संविलियन करने का मांग मुख्य है. पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना एक पृथक पब्लिक हेल्थ कैडर का गठन कर क्लिनिकल और मैनेजमेंट कैडर के कर्मचारियों को इसमें समायोजित करने की मांग भी है. जिससे स्वास्थ्य व्यवस्था में स्थायीत्व एवं पेशेवर गुणवत्ता सुनिश्चित हो. पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना का विजन नवीन राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति का एक महतवपूर्ण विषय है. पद, योग्यता एवं कार्य अनुभव के अनुसार समान कार्य के लिए समान वेतन की नीति लागू कर ग्रेड पे निर्धारित करने व मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान राज्यों में NHM कर्मचारियों हेतु ग्रेड पे व्यवस्था लागू की गई है. ग्रेड पे के माध्यम से वेतन विसंगति का निराकरण भी होगा.
कलेक्ट्रेट का किया घेराव
अंबिकापुर में कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग बरसते पानी में छाता लेकर विरोध प्रदर्शन करने लगे. एनआरएचएम के माध्यम से संविदा में कई सालों से नौकरी किया जा रहा है लेकिन इसके बाद भी सरकार उन्हें नियमित नहीं कर रही है. यही वजह है कि बरसते पानी में स्वास्थ्य कर्मचारी छाता लेकर सड़क पर नारेबाजी करते हुए अंबिकापुर कलेक्ट्रेट का घेराव करने पहुंचे यहां पर उन्होंने अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा और अपनी मांग सरकार तक पहुंचाने की बात कही, कर्मचारियों के इस विरोध प्रदर्शन के कारण स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो में स्वास्थ्य व्यवस्था पर असर पड़ा है. कर्मचारियों का कहना है कि अगर उनकी 10 सूत्रीय मांग पूरी नहीं की गई तो तो उनके द्वारा आंदोलन तेज किया जाएगा.
अपर कलेक्टर यतेंद्र सिंह ने बताया कि कर्मचारियों ने अपनी मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा है और यह ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम पर है सरकार को कर्मचारियों के मांग से अवगत करा दिया जाएगा.