Smartphone Insurance: कैसे कराएं अपने स्मार्टफोन का इंश्योरेंस, जानें कितना होगा खर्च और क्या मिलेंगे फायदे

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Smartphone Insurance: आजकल स्मार्टफोन सिर्फ गैजेट नहीं बल्कि हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। लेकिन अगर यह फोन चोरी हो जाए, टूट जाए या खराब हो जाए तो बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसे में स्मार्टफोन इंश्योरेंस (Smartphone Insurance) करवाना बहुत जरूरी हो जाता है। यह बिल्कुल वैसे ही काम करता है जैसे हेल्थ इंश्योरेंस या कार इंश्योरेंस। आइए जानते हैं कि फोन का इंश्योरेंस कैसे कराया जा सकता है और इसमें कितना खर्च आता है।

फोन इंश्योरेंस क्यों जरूरी है

Smartphone Insurance: कैसे कराएं अपने स्मार्टफोन का इंश्योरेंस, जानें कितना होगा खर्च और क्या मिलेंगे फायदे
फोन इंश्योरेंस क्यों जरूरी है

जब भी आप नया स्मार्टफोन खरीदते हैं, तो आमतौर पर उसके लिए कवर और स्क्रीन गार्ड तो ले ही लेते हैं। लेकिन अगर फोन चोरी हो जाए या गिरकर टूट जाए, तो इसकी रिपेयरिंग या नया फोन खरीदना काफी महंगा पड़ सकता है। इसलिए फोन की सेफ्टी के लिए इंश्योरेंस लेना समझदारी भरा कदम है। इससे फोन के खराब, चोरी या खो जाने पर नुकसान की भरपाई मिल सकती है।

कैसे कराएं मोबाइल इंश्योरेंस

  • फोन का इंश्योरेंस आप फोन खरीदने के साथ ही या 5 दिन के अंदर करा सकते हैं।
  • ज़्यादातर मोबाइल कंपनियां अपने फोन पर 1 साल तक का इंश्योरेंस देती हैं।
  • अगर आप लंबी अवधि के लिए सुरक्षा चाहते हैं, तो **एक्सीडेंटल वारंटी प्लान** ले सकते हैं।
  • चाहें तो आप किसी थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस कंपनी से भी यह सुविधा ले सकते हैं।
  • यह सेवा ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से उपलब्ध होती है।

ऑनलाइन इंश्योरेंस के लिए बस कंपनी की वेबसाइट या ऐप पर जाकर एक प्लान चुनना होता है, फॉर्म भरना होता है और पेमेंट करने के बाद आपका प्लान तुरंत एक्टिव हो जाता है।

कितने रुपये करने पड़ते हैं खर्च

मोबाइल इंश्योरेंस की कीमत आपके फोन की कीमत और चुने गए प्लान पर निर्भर करती है। अगर फोन महंगा है, तो इंश्योरेंस प्रीमियम भी ज्यादा होगा। बजट फोन के लिए इंश्योरेंस सस्ता मिलता है। इसलिए किसी भी प्लान को लेने से पहले अलग-अलग कंपनियों के इंश्योरेंस रेट्स और कवरेज की तुलना जरूर करें। किन स्थितियों में कर सकते हैं क्लेम
स्मार्टफोन इंश्योरेंस के तहत आप इन कंडीशंस में क्लेम कर सकते हैं:

1. फोन में पानी जाने या टेक्निकल खराबी आने पर
2. घर या बाहर से फोन चोरी होने पर
3. स्क्रीन टूटने या क्रैक होने पर
4. फोन का टच या चार्जिंग पोर्ट खराब होने पर
5. किसी एक्सटीरियर या इंटीरियर डैमेज के मामले में
6. फोन गिरकर गाड़ी के नीचे आने जैसी स्थिति में भी

फोन इंश्योरेंस आपके कीमती गैजेट के लिए एक सेफ्टी कवर की तरह काम करता है। अगर आपने अभी तक नहीं कराया है, तो अगली बार नया फोन खरीदते समय इस विकल्प पर जरूर विचार करें।

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