SIM बंद होने का मैसेज आया? तो हो जाएं अलर्ट! सरकार ने दी बड़ी चेतावनी
देश के करोड़ों मोबाइल यूजर्स के लिए डिपार्ट्मेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशंस (DOT) की और से बड़ा अलर्ट जारी किया गया है। बता दें आज के समय बढ़ रहे साइबर अपराधों में एक नया फ्रॉड सामने आया है, जिसमें SIM बंद होने के नाम पर भी लोगों से फ्रॉड शुरू हो गया है। इसे देखते हुए DOT ने यूजर्स को सिम सवेप फ्रॉड से बचने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में क्या है सिम बंद होने से जुड़ा फ्रॉड और कैसे इससे बचा जा सकता है, चलिए जानते हैं इसकी पूरी जानकारी।
दूरसंचार विभाग ने जारी किया अलर्ट
दूरसंचार विभाग की और से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट के जरिए मोबाइल यूजर्स को चेतावनी दी गई है की वह “सिम सवैप” धोखाधड़ी से सावधान रहें! जिस तरह अधिकतर यूजर्स अपने बैंक अकाउंट से लेकर सोशल मीडिया को टू-फैक्टर ऑथेनटिकेशन के जरिए सेफ रखते हैं और इसमें किसी भी ट्रांजेकशन के लिए ओटीपी की आवश्यकता होती है। वैसे ही सोशल मीडिया अकाउंट में लॉगिन के लिए भी आपको ओटीपी की जरूरत होती है। इसी बात का फायदा उठाकर साइबर अपराधी यूजर के मोबाइल नंबर के लिए SIM बंद होने का मैसेज भेजकर नया सिम इश्यू करवाने के बहाने फ्रॉड करते हैं।
जिसके लिए वह यूजर को पहले सोशल इंजीनियरिंग के जरिए अपने जाल में फसातें हैं और उनके नंबर का नया सिम अपने फोन में एक्टिव करवा लेते हैं। इससे बाद में यूजर के नंबर पर आने वाले सभी ओटीपी साइबर अपराधी के नंबर पर आते हैं और वह धोखाधड़ी के जरिए यूजर के बैंक अकाउंट से पैसे गायब कर देते हैं।
Beware of SIM Swap Fraud!
Check numbers linked to your name & report suspicious ones, both on pic.twitter.com/wXezCJ3IBY
— DoT India (@DoT_India) June 28, 2025
SIM Swap के नियम बदले
सिम सवैप को लेकर दूरसंचार विभाग ने सिम खो जाने या खराब होने पर नया सिम जारी करने के नियम में भी बदलाव कर दिया है। यानी अब बिना वेरीफिकेशन के नया सिम जारी नाही किया जाता है, साथ ही सिम जारी होने तक उसमें 24 घंटे तक इंकमिंग एसएमएस की सुविधा भी बंद रहती है। इस स्थिति में अगर यूजर का सिम कार्ड साइबर अप्रेयधी ने सवैप कर लिया है तो भी उसके पास ओटीपी नहीं पहुँच सकेगा।
SIM Swap फ्रॉड से कैसे बचें?
सिम सवैप फ्रॉड से बचने के लिए आप निम्नलिखित बातों का जरूर ध्यान दें।
- किसी से भी अपना ओटीपी, पिन या पासवर्ड शेयर न करें।
- अपने मोबाइल नंबर को सोशल मीडिया पर शेयर करने से बचें।
- बैंक से जुड़े मोबाइल नंबर को अलग रखएन, जिससे यह सार्वजनिक न हों।
- एसएमएस या असंदिग्ध नंबरों की रिपोर्ट अपने मोबाइल नंबर ओपरेटर, बैंक या पर करें।