Indore Made Medicines Non Standard: जिंक और फेरस सल्फेट, फोलिक एसिड की दवाओं की क्वालिटी खराब
हाइलाइट्स
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इंदौर की दो दवाएं जांच में फेल
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CDSCO ने 112 दवाओं की जांच की
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निर्माण व गुणवत्ता में लापरवाही उजागर
Indore Made Two Medicines Non Standard: छिंदवाड़ा में जहरीले कफ सीरप से 26 मासूमों की जान जा चुकी है। इसके बाद से दवाओं के मानक होने पर सवाल खड़े हो रहे थे। इसी बीच इंदौर में बनी 2 कंपनियों की 2 दवाएं जांच में अमानक (Non Standard) पाई गई हैं। यहां बता दें, केंद्रीय जांच एजेंसी केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने देशभर की 112 दवाओं के सैंपल सितंबर 2025 में लिए थे। जिसकी जांच रिपोर्ट शुक्रवार, 24 अक्टूबर को जारी की है।
हार्ट, ब्रेस्ट कैंसर और पेट दर्द की दवाएं भी फेल
इन अमानक दवाओं में हार्ट, ब्रेस्ट कैंसर, गैस्ट्रो, दर्द निवारक, कैल्शियम और पेट दर्द जैसी गंभीर बीमारियों की दवाएं भी शामिल हैं। सबसे ज्यादा 49 सैंपल हिमाचल प्रदेश के दवा उद्योगों में बनी दवाओं के हैं।
मानकों के अनुरूप नहीं बनी दवाएं
सीडीएससीओ (CDSCO) की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि अमानक दवाएं भारतीय फार्माकोपिया (आईपी) और पीएच मानकों के अनुरूप नहीं बनाई गईं। रिपोर्ट के अनुसार, खराब गुणवत्ता वाला कच्चा माल, निर्माण प्रक्रिया में लापरवाही और तय तापमान पर दवाओं का स्टोरेज न होना इन दवाओं के फेल होने की प्रमुख वजह है।

जिंक सल्फेट डिस्पर्सिबल टैबलेट 20 MG का सैंपल फेल
इंदौर की McW हेल्थकेयर लिमिटेड की जिंक सल्फेट डिस्पर्सिबल टैबलेट 20 एमजी दवा का सैंपल फेल मिला है। यह दवा शरीर में जिंक की कमी को पूरा करने के काम आती है। पूरक के रूप में या गलत इस्तेमाल से पेट दर्द, वमन, सिरदर्द और थकान के लक्षण दिखते हैं। इसे कंपनी सांवेर रोड इंडस्ट्रियल के सेक्टर ई एरिया में बनाती है। सीडीएससीओ ने इसका सैंपल हिमाचल के बद्दी से लिया था।
फेरस सल्फेट और फोलिक एसिड टैबलेट
फेरस सल्फेट और फोलिक एसिड टैबलेट का मुख्य उपयोग आयरन और फोलिक एसिड की कमी के कारण होने वाले एनीमिया (खून की कमी) के इलाज और रोकथाम के लिए किया जाता है।
यह टैबलेट आयरन और विटामिन B9 (फोलिक एसिड) की कमी को पूरा करती है। यह शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्व है। यह आमतौर पर गर्भवती महिलाओं को दी जाती है।
यह टैबलेट गर्भावस्था के दौरान इस कमी को पूरा करती है और न्यूरल ट्यूब दोष (एनटीडी) नामक गंभीर जन्म दोषों को रोकने में मदद करती है। यह दवा जेनिथ ड्रग्स लिमिटेड द्वारा इंदौर के धार रोड स्थित कलारिया इंडस्ट्रियल एरिया में बनाई जाती है। सीडीएससीओ ने इसका सैंपल मेघालय से लिया था।
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