Kanpur Robbery; मवेशियों से भरी पिकअप को रोककर मारपीट व लूट, 11 पुलिसकर्मी निलंबित
हाइलाइट्स
- मवेशी लदी गाड़ी रोककर लूट, 11 पुलिसकर्मी निलंबित
- बर्रा हाईवे पर उजैर से ₹10,000 लूट का आरोप
- जांच में दोषी पाए गए PRV पुलिसकर्मी सस्पेंड
रिपोर्ट- अनुराग श्रीवास्तव
Kanpur 11 PRV policemen suspended: उत्तर प्रदेश के कानपुर से यूपी पुलिस की शर्मनाक करतूत सामने आई है। जहां 11 पुलिसकर्मियों ने बर्रा थाना क्षेत्र में हाईवे पर मवेशियों से भरी एक पिकअप गाड़ी को जबरन रोककर चालक से मारपीट की और ₹10,000 लूटे। इस घटना ने पुलिस विभाग में हलचल मचा दी है और आला अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए थे।
क्या है पूरा मामला?
अलीगढ़ निवासी मोहम्मद उजैर कानपुर के सरसौल से मवेशी खरीदकर अपने गांव लौट रहा था। जब उसकी गाड़ी बर्रा थानाक्षेत्र के हाईवे ओवरब्रिज पर पहुंची, तो तीन PRV गाड़ियों ने उन्हें ओवरटेक करके रोका। उजैर के अनुसार, पुलिसकर्मियों ने पशु क्रूरता (animal cruelty) का हवाला देते हुए गाड़ी में मौजूद प्रत्येक व्यक्ति से ₹500 की मांग की और विरोध करने पर उसे बुरी तरह पीटा गया। इस दौरान, गाड़ी में रखे ₹10,000 भी लूट लिए गए।
जांच में हुआ खुलासा
घटना की शिकायत मिलने के बाद डीसीपी साउथ दीपेन्द्र नाथ चौधरी ने ADCP साउथ योगेश कुमार को जांच सौंपी। जांच में पाया गया कि पुलिसकर्मियों ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर कार्रवाई की और बिना उच्च अधिकारियों को सूचित किए मारपीट व अवैध वसूली की।
निलंबन की बड़ी कार्रवाई
डीसीपी हेडक्वार्टर क़ासिम आबदी ने बताया कि जिन PRV पुलिसकर्मियों पर आरोप लगे हैं, उनमें से दो हनुमंत विहार थाना क्षेत्र और एक चकेरी थाना क्षेत्र से हैं। इन सभी 11 पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
कंट्रोल रूम को सूचित क्यों नहीं किया
क़ासिम आबदी, डीसीपी क्राइम ने कहा कि “यदि कोई संदेहास्पद स्थिति थी तो कंट्रोल रूम को सूचित किया जाना चाहिए था। लेकिन नियमों की अनदेखी करते हुए पुलिसकर्मियों ने न सिर्फ लापरवाही दिखाई, बल्कि गंभीर कदाचार में लिप्त पाए गए।”
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