पृथ्वी पर 97% पानी पीने लायक क्यों नहीं है? जानिए जल की यह सच्चाई!
क्या आपने कभी सोचा है कि जब पृथ्वी पर इतनी सारी नदियाँ, समुद्र और झीलें हैं — तो फिर दुनिया के कई हिस्सों में लोग प्यासे क्यों रहते हैं?
पृथ्वी का 71% हिस्सा पानी से ढका है, लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि उस पानी का लगभग 97% पीने लायक ही नहीं है!
क्यों? क्योंकि वह नमकीन, जम हुआ या पहुंच से बाहर है।
इस लेख में हम जानेंगे कि आखिर समुद्र का पानी नमकीन क्यों होता है, और ऐसा क्या है जो हमें उसे पीने से रोकता है।
साथ ही मिलेंगे कुछ ऐसे रोचक जल-तथ्य, जो आपको सोचने पर मजबूर कर देंगे।
🔹 1. 🌊 ज़्यादातर पानी समुद्रों और महासागरों में है
पृथ्वी का करीब 71% हिस्सा पानी से ढका है, लेकिन उसमें से 97% से भी अधिक पानी समुद्रों और महासागरों में है, जो नमकीन (salty) होता है।
🌟 क्यों नहीं पी सकते?
क्योंकि नमक मिला पानी शरीर को नुकसान पहुँचा सकता है — ये पीने लायक नहीं होता।
🔹 2. 🧂 नमकीन पानी पीने से क्या होता है?
अगर कोई नमकीन समुद्री पानी पी ले, तो शरीर में पानी की कमी (dehydration) हो जाती है।
इसमें इतना ज्यादा सोडियम (salt) होता है कि हमारे गुर्दे (kidneys) इसे साफ नहीं कर पाते।
🔴 नतीजा: उल्टी, सिरदर्द और शरीर से पानी बाहर निकलना शुरू हो जाता है।
🔹 3. ❄️ बर्फ के रूप में भी है बहुत सारा पानी
पृथ्वी का करीब 2% पानी ग्लेशियरों और बर्फ के रूप में जमा है — जैसे अंटार्कटिका और हिमालय में।
ये पानी भी सीधे पीने लायक नहीं होता, क्योंकि ये जमे होने के कारण प्रयोग में नहीं आ सकता।
🔹 4. ✅ पीने लायक पानी सिर्फ 1% है
सिर्फ 0.5% से भी कम पानी नदियों, झीलों और भूमिगत जल (groundwater) में है, जिसे हम फिल्टर करके पी सकते हैं।
⚠️ यह बहुत कम है, इसलिए जल संरक्षण (Water conservation) बहुत ज़रूरी है।
🔹 5. 🌡️ साफ करना मुश्किल है
समुद्र के पानी को पीने लायक बनाने के लिए उसे Desalination यानी नमक हटाने की प्रक्रिया से गुज़ारना होता है — यह तकनीक बहुत महंगी और ऊर्जा-खपत वाली होती है।
🔹 6. 🌍 इसलिए पृथ्वी पर जल संकट है!
हालाँकि पृथ्वी पर पानी भरपूर है, लेकिन पीने लायक मीठा पानी बहुत सीमित है।
आजकल हर साल जल संकट बढ़ता जा रहा है क्योंकि हम बचे हुए पानी का दुरुपयोग और प्रदूषण कर रहे हैं।
📚 सीख क्या मिलती है?
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पानी की हर बूँद कीमती है।
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समुद्री पानी तो बहुत है, पर पी नहीं सकते।
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पीने लायक पानी बचाना और साफ रखना हमारी जिम्मेदारी है।