Araria में बड़ी सफलता: Bengal से Darbhanga आ रहे दो शराब तस्कर गिरफ्तार, कार में मिलीं 93 बोतल विदेशी शराब

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बंगाल से दरभंगा जा रही कार में पकड़ी 93 बोतल विदेशी शराब! अररिया में दो तस्कर गिरफ्तार। एनएच-57 पर नाकाबंदी में बड़ा खुलासा! बंगाल से लाई जा रही थी शराब, कार समेत 2 तस्कर पकड़े गए164 लीटर विदेशी शराब की खेप जब्त, दरभंगा के निशांत और हर्ष गिरफ्तार।93 बोतल व्हिस्की कार से बरामद, दरभंगा के दो युवक तस्करी करते रंगे हाथ पकड़े गए@अररिया-दरभंगा,देशज टाइम्स।

अररिया में बड़ी सफलता: बंगाल से दरभंगा जा रहे दो शराब तस्कर गिरफ्तार, 93 बोतल विदेशी शराब बरामद

अररिया (Bihar), देशज टाइम्स: उत्पाद विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में विदेशी शराब तस्करी का एक बड़ा मामला पकड़ा गया है। बंगाल से दरभंगा की ओर ले जाई जा रही शराब की खेप को अररिया में जब्त किया गया। इस दौरान दो आरोपितों को भी गिरफ्तार कर न्यायिक कार्रवाई शुरू की गई है।

सूचना पर हुई कार्रवाई

उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि भारी मात्रा में विदेशी शराब (Foreign Liquor) की खेप अररिया होकर गुजरने वाली है। सूचना के आधार पर उत्पाद विभाग की टीम ने फारबिसगंज पुलिस के सहयोग से एनएच-57 (राष्ट्रीय राजमार्ग 57, NH 57 Wikipedia) पर ढोलबज्जा हटिया के निकट नाका बंदी की।

संदिग्ध कार की तलाशी में मिला शराब का जखीरा

नाका बंदी के दौरान एक कार संदिग्ध स्थिति में आती दिखाई दी। पुलिस ने वाहन को रोका और तलाशी ली। तलाशी में कार से 93 बोतल विदेशी शराब बरामद हुई। इनमें विस्की की बोतलें प्रमुख थीं। कुल मात्रा 164.350 लीटर पाई गई।

यह बरामदगी बिहार में लागू शराबबंदी कानून (Bihar Excise Act, 2016) के तहत एक गंभीर अपराध है।

गिरफ्तार आरोपी

कार में सवार दो लोगों की पहचान की गई —निशांत कुमार (निवासी दरभंगा),हर्ष राज (निवासी दरभंगा), दोनों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। इसके साथ ही कार को भी जब्त कर थाने में लाया गया।

शराबबंदी कानून और कार्रवाई

बिहार में अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी लागू है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लागू इस कानून का उद्देश्य शराब से जुड़े अपराधों और सामाजिक बुराइयों को खत्म करना है।

शराबबंदी के बाद भी अक्सर नेपाल और पश्चिम बंगाल से शराब की तस्करी बिहार में होती रही है। उत्पाद विभाग लगातार छापेमारी कर ऐसे नेटवर्क को तोड़ने का प्रयास करता है।

उत्पाद अधीक्षक का बयान

उत्पाद अधीक्षक ने कहा कि विभाग को लगातार सूचनाएँ मिल रही हैं कि शराब तस्करी के लिए सीमा क्षेत्रों से गाड़ियाँ प्रयोग की जा रही हैं। इस मामले में भी सटीक सूचना पर टीम ने कार्रवाई कर तस्करों को दबोचा। उन्होंने कहा कि आगे भी इस तरह की छापेमारी और निगरानी जारी रहेगी।

तस्करी का नेटवर्क और चुनौती

विशेषज्ञों के अनुसार, बिहार में शराबबंदी के बाद तस्करी नेटवर्क और सक्रिय हो गए हैं। पश्चिम बंगाल और नेपाल की सीमा से विदेशी शराब की खेप लगातार आती है। दरभंगा, मधुबनी, सुपौल और अररिया जैसे जिलों में ट्रांजिट रूट के रूप में इस्तेमाल होता है। राष्ट्रीय राजमार्ग और ग्रामीण रास्तों से गाड़ियाँ बदल-बदल कर शराब की आपूर्ति की जाती है।

पुलिस और उत्पाद विभाग की संयुक्त कोशिश

अररिया जिले में यह बरामदगी बड़ी सफलता मानी जा रही है। इससे न केवल तस्करी पर रोक लगेगी, बल्कि इससे जुड़े अन्य नेटवर्क का भी खुलासा होने की संभावना है। पुलिस दोनों आरोपितों से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि शराब की यह खेप किसे सप्लाई की जानी थी और इसके पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं।

दरभंगा और अररिया पुलिस प्रशासन एक्टिव मोड में

इस कार्रवाई ने एक बार फिर दिखा दिया कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद तस्कर लगातार नए रास्ते तलाश रहे हैं, लेकिन उत्पाद विभाग और पुलिस की तत्परता से ऐसे प्रयासों पर पानी फिर रहा है। दरभंगा और अररिया पुलिस प्रशासन का कहना है कि आने वाले दिनों में और कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि शराब माफियाओं को पूरी तरह से रोका जा सके।

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