MP Free Scooty Yojana: 12वीं के टॉपर्स को स्कूटी का गिफ्ट, CM Mohan बोले- विदेश में पढ़ना है तो सारा खर्च सरकार देगी

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हाइलाइट्स

  • एमपी में 12वीं के 7 हजार 832 टॉपर्स को मिली स्कूटी।
  • सीएम मोहन यादव ने टॉपर्स को सौंपी स्कूटी की चाबी।
  • सीएम बोले- विदेश में पढ़ाई का खर्च सरकार उठाएगी।

Madhya Pradesh 12th Class Toppers Free Scooty Distribution Update: मध्यप्रदेश सरकार ने एक बार फिर मेधावी छात्रों को सम्मानित किया है। भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्य के 12वीं के 7832 टॉपर्स स्टूडेंट्स को स्कूटी के लिए राशि प्रदान की। इस मौके पर छात्रों को स्कूटी की चाबियां भी सौंपी गईं। सीएम ने कहा कि अब छात्रों को विदेश में पढ़ाई के लिए भी पैसे की चिंता नहीं करनी होगी, क्योंकि उसकी जिम्मेदारी सरकार उठाएगी। आपको आगे बढ़ते देखकर हमे सुकून आता है।

7832 मेधावी छात्रों को मिली स्कूटी

मध्यप्रदेश के 12वीं कक्षा के 7832 टॉपर्स को निःशुल्क स्कूटी प्रदाय योजना के तहत सरकार ने स्कूटी खरीदने के लिए राशि प्रदान की है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित भव्य कार्यक्रम में छात्रों को स्कूटी की चाबियां सौंपीं। इस दौरान टॉपर्स के बैंक खातों में स्कूटी खरीदने के लिए राशि जमा कराई गई।

विदेश में पढ़ाई के लिए सरकार देगी पैसा

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा, “बच्चों, तुम खूब पढ़ो और आगे बढ़ो। विदेश में पढ़ाई करनी है तो चिंता मत करना, खर्च सरकार उठाएगी।” उन्होंने आगे कहा कि ये स्कूटी सिर्फ वाहन नहीं, बल्कि छात्रों के सपनों को उड़ान देने का माध्यम है। उन्होंने कहा कि हमारे युवाओं को नौकरी मांगने वाले नहीं नौकरी देने वाले बनना चाहिए। इसका अभियान सरकार के माध्यम से चल रहा है।

छात्रा के साथ स्कूटी पर बैठे सीएम

कार्यक्रम में एक खास पल तब आया जब सीएम मोहन यादव ने गुनगा स्कूल की छात्रा हर्षिता के साथ स्कूटी पर बैठकर उसे प्रोत्साहित किया। उन्होंने मुस्कराते हुए छात्रा से पूछा, “गिरा तो नहीं दोगी?” इस खास पल ने कार्यक्रम को और भी यादगार बना दिया। इससे पहले सीएम ने 12वीं में टॉप करने वाले छात्र कोमल पाठक सहित अन्य विद्यार्थियों को स्कूटी की चाबी सौंपी। साथ ही सरकार ने 20 लाख से अधिक छात्राओं को सैनिटरी पैड के लिए ₹61 करोड़ की राशि वितरित की।

भविष्य की उड़ान के लिए एक नई शुरुआत

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 12वीं कक्षा के टॉपर्स को बधाई देते हुए कहा कि यह स्कूटी केवल एक वाहन नहीं, बल्कि उनके उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक नई शुरुआत है। उन्होंने कहा कि “यह योजना सिर्फ एक इनाम नहीं, बल्कि हजारों छात्रों के लिए प्रेरणा है।”

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि राज्य का हर प्रतिभाशाली छात्र आगे बढ़े और अपने सपनों को साकार करे। स्कूटी वितरण कार्यक्रम से जहां मेधावी छात्रों को सुविधा मिलेगी, वहीं यह कदम अन्य छात्रों को भी पढ़ाई के प्रति प्रोत्साहित करेगा। यह योजना शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

स्वच्छता और स्वास्थ्य को लेकर बड़ी पहल

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने सेनिटेशन एवं हाईजीन योजना के तहत 20 लाख से अधिक छात्राओं के बैंक खातों में ₹61.12 करोड़ की राशि ट्रांसफर की। यह राशि छात्राओं की स्वास्थ्य, स्वच्छता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दी गई है।

इस योजना के अंतर्गत कक्षा 7वीं से 12वीं तक की छात्राओं को ₹300 की वित्तीय सहायता दी जाती है। सीएम ने कहा, “यह कदम सरकार की शिक्षा और बालिका स्वास्थ्य के प्रति गंभीर प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”

नवाचार को लेकर भारत बना दुनिया की नजरों का केंद्र

मुख्यमंत्री ने भारत के वैश्विक विकास और नवाचार में अग्रणी भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि “आज पूरा विश्व, खासकर हमारे पड़ोसी देश भी भारत की ओर देख रहे हैं।”

उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान सहित कई विदेशी नेता भारत के तकनीकी और शैक्षिक विकास की खुलेआम सराहना कर चुके हैं। सीएम ने कहा कि “हमारे बच्चों को हर स्तर पर सक्षम बनाने के लिए सरकार लगातार नवाचार कर रही है।”

उन्होंने यह भी याद दिलाया कि कुछ समय पहले ही लैपटॉप वितरण योजना के तहत लाखों छात्रों को तकनीकी संसाधनों से जोड़ा गया था। यह सब कदम मिलाकर भारत के भविष्य को मजबूत बनाने की दिशा में अहम साबित हो रहे हैं।

कांग्रेस सरकार में पेन का ढक्कन तक नहीं मिला

स्कूटी वितरण समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि, “आज के विद्यार्थियों का भाग्य वाकई सराहनीय है। हम जब पढ़ते थे, तब हमें लैपटॉप तो दूर, पेन का ढक्कन तक नहीं मिला करता था।” उन्होंने कहा कि यह बदलाव सिर्फ सरकार के नजरिए में आया फर्क नहीं, बल्कि युवाओं के भविष्य को लेकर गंभीर सोच का परिणाम है।

सरकार की योजनाएं नहीं, संकल्प हैं…

सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने अब तक 5 लाख से अधिक विद्यार्थियों को लैपटॉप वितरित किए हैं, जिस पर लगभग ₹1300 करोड़ खर्च किए गए हैं।

इसके साथ ही 1 करोड़ साइकिलें उन विद्यार्थियों को दी गईं, जिनके स्कूल उनके घर से 4 किलोमीटर या उससे ज्यादा दूरी पर हैं। इन साइकिल योजनाओं पर सरकार ने ₹3000 करोड़ से अधिक का निवेश किया है।

30 हजार से अधिक मेधावी विद्यार्थियों को स्कूटी भी उपलब्ध कराई जा चुकी है, जो अब कॉलेज और उच्च शिक्षा की राह में उनके लिए रफ्तार बनेगी।

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लाइसेंस जरूर बनवा लें, हेलमेट पहनना अनिवार्य

स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि,
“यह स्कूटी केवल एक साधन नहीं, बल्कि कॉलेज की राह में आपके सपनों को पंख देने वाली है।”

साथ ही उन्होंने छात्रों को सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने की सलाह दी। उन्होंने आग्रह किया कि

  • स्कूटी चलाने से पहले लर्निंग लाइसेंस जरूर बनवाएं
  • हेलमेट पहनना अनिवार्य है
  • और निर्धारित गति सीमा का पालन करें

उन्होंने यह भी बताया कि यह गर्व की बात है कि एक महीने में मुख्यमंत्री तीसरी बार स्कूल के बच्चों के बीच आकर उन्हें आशीर्वाद दे रहे हैं, जो इस सरकार की शिक्षा के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाता है।

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