MP Police Bharti Scam: पुलिस भर्ती फर्जीवाड़ा, कानपुर से बिहार तक सॉल्वर गैंग का जाल, 6 गिरफ्तार, आधार क्लोनिंग और बायोमेट्रिक अपडेट से किया खेल

0


हाइलाइट्स

  • मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा-2023 में फर्जीवाड़ा।
  • पुलिस ने अंतरराज्यीय गैंग के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया।
  • आधार क्लोनिंग और बायोमेट्रिक अपडेट के जरिए फर्जीवाड़ा।

MP Police Bharti Scam: मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा-2023 में हुए बड़े फर्जीवाड़े को लेकर पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। अब इस घोटाले में बड़ा अपडेट सामने आया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अंतरराज्यीय गैंग के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जो आधार पहचान बदलकर फर्जी परीक्षार्थियों से परीक्षा दिलवाते थे। आरोपियों को मुरैना, श्योपुर, बिहार, उत्तरप्रदेश और गुजरात से पकड़ा गया है। पुलिस ने मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया है।

इस गैंग ने तकनीकी गड़बड़ियों और आधार प्रणाली में हेरफेर कर कई अभ्यर्थियों को 8 से 10 लाख रुपए लेकर परीक्षा पास करवाई थी। आरोपियों में परीक्षा देने वाले सॉल्वर और आधार क्लोनिंग, बायोमेट्रिक अपडेट तकनीकी एक्सपर्ट शामिल हैं। पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है, इस गिरोह 4 सदस्य फरार चल रहे हैं। फरार आरोपियों पर 10-10 हजार का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है और फरार आरोपियों की तलाश जारी है।

पुलिस के हत्थे चढ़े 6 आरोपी, 4 फरार

अलीराजपुर पुलिस ने एमपी पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े के एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस अधीक्षक राजेश व्यास के निर्देश पर पुलिस की अलग-अलग टीमों ने मुरैना, श्योपुर, बिहार, यूपी और गुजरात से आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने पटना निवासी सॉल्वर अमरेंद्र उर्फ बाहुबली को झारखंड-बिहार बॉर्डर से पकड़ा है।

8 लाख लेकर पास करवा देते थे परीक्षा

एसपी राजेश व्यास ने खुलासा करते हुए बताया कि मध्य प्रदेश में आयोजित हुई पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा-2023 में धांधली की खबरों के बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज की। जांच के दौरान यह सामने आया कि कुछ परीक्षार्थियों की जगह दूसरों ने परीक्षा दी है। यह काम किसी साधारण जालसाज का नहीं बल्कि हाईटेक गैंग का था। यह फर्जीवाड़ा 2023 से चल रहा था। इस आरोपियों ने 8 से 10 लाख रुपए लेकर कई अभ्यर्थियों से परीक्षा पास करवाई। ये लोग बायोमेट्रिक अपडेट के जरिए अभ्यर्थियों की पहचान बदलते थे और सॉल्वर से परीक्षा दिलवाते थे।

ये खबर भी पढ़ें… Bhopal Bribery Case: भोपाल लोकायुक्त की कार्रवाई, ICICI बैंक के रिकवरी एजेंट को रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार

आधार कार्ड में हेरफेर कर फर्जीवाड़ा

जानकारी के अनुसार जालसाजों ने भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के लिए असल उम्मीदवार के आधार कार्ड में सॉल्वर की फोटो और फिंगरप्रिंट लगवाए। सॉल्वर ने उसकी जगह लिखित परीक्षा दी। पास होने के बाद उम्मीदवार ने दोबारा अपनी असली फोटो आधार में लगवा ली और फिजिकल परीक्षा में खुद शामिल होकर चयनित हो गया। वे भर्ती प्रक्रिया में सफल हो गए।

गिरफ्तार आरोपियों की सूची

  • रामरूप गुर्जर (मुरैना): मुख्य अभ्यर्थी, जिसने फर्जी तरीके से परीक्षा पास की।
  • अमरेंद्र उर्फ बाहुबली (पटना): सॉल्वर, जिसने रामरूप के नाम से परीक्षा दी।
  • सुरेंद्र कुशवाह (मुरैना): ऑपरेटर, जिसने बायोमेट्रिक अपडेट किया।
  • शिवम शर्मा (महोबा, यूपी): आधार और फिंगरप्रिंट उपलब्ध कराता था।
  • राहुल गुप्ता (कानपुर, यूपी): फिंगरप्रिंट क्लोनिंग का तकनीकी विशेषज्ञ।
  • संदीप रजक (झांसी): बायोमेट्रिक क्लोनिंग के लिए आधार प्रदान करता था।

4 आरोपी फरार आरोपी, तलाश जारी

  • अशोक गुर्जर – मुख्य सरगना
  • अमिताभ रावत – मध्यस्थ
  • लालू – लॉजिस्टिक सपोर्ट
  • आशीष उर्फ साकेत – बिहार का पटवारी, जो सॉल्वर अरेंज करता था।

गिरोह के ये 4 सदस्य अभी भी फरार हैं, जिन पर पुलिस ने 10-10 हजार का इनाम घोषित किया गया है।

बायोमेट्रिक अपडेट की जांच

सूचना मिली थी कि कुछ अभ्यर्थियों के आधार में बायोमेट्रिक बार-बार बदले जा रहे हैं। रामरूप नाम के युवक ने परीक्षा के ठीक एक महीने पहले और फिर परीक्षा के एक महीने बाद दो बार बायोमेट्रिक अपडेट कराया था। इस पर शक गहराया और जांच शुरू की गई।

ऐसी ही ताजा खबरों के लिए बंसल न्यूज से जुड़े रहें और हमें XFacebookWhatsAppInstagram पर फॉलो करें। हमारे यू-ट्यूब चैनल Bansal News MPCG को सब्सक्राइब करें।

MP Police Bharti Scam: भर्ती परीक्षा में सॉल्वर बिठाने के लिए ऐसे किया फर्जीवाड़ा, सिस्टम में चूक के लिए कौन जिम्मेदार?

MP Police Constable Exam Scam Case Update: मध्य प्रदेश में पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा-2023 में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद मामले में लगातार जांच जारी है। अब तक प्रदेश के 8 जिलों में 21 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं। इस परीक्षा में फर्जी तरीके से शामिल होने वाले 22 अभ्यार्थियों पर कार्रवाई की गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इस खबर को पूरा पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…



Leave A Reply

Your email address will not be published.