MP Rain Alert: मध्यप्रदेश में भारी बारिश से हालात बिगड़े, 12 जिलों में अलर्ट, उज्जैन समेत यहां हो सकती है तेज बरसात

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हाइलाइट्स

  • मध्यप्रदेश के 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी

  • इंदौर में तीन मंजिला मकान ढहा, राजगढ़ में युवक लापता

  • भोपाल, उज्जैन और ग्वालियर में रिकॉर्ड तोड़ बरसात

MP Heavy Rain Alert: मध्यप्रदेश में मानसून का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव (Active) होने के कारण एक बार फिर बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं। शनिवार को राजधानी भोपाल में सुबह से लगातार तेज बारिश हो रही है। इंदौर के अम्मार नगर, खजराना इलाके में नाले किनारे बना तीन मंजिला मकान गिर गया। वहीं, राजगढ़, नीमच और उज्जैन में कारें पानी के बहाव में बह गईं। राजगढ़ में एक युवक लापता है। हालात बिगड़ने पर इंदिरा सागर समेत पांच डैम (Dam) के गेट खोलने पड़े।

मौसम विभाग का अलर्ट

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए उज्जैन, नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, झाबुआ, धार, शाजापुर, राजगढ़, गुना और श्योपुर जिलों में हैवी रेन (Heavy Rain) का अलर्ट जारी किया है। यहां ढाई से साढ़े चार इंच तक बारिश हो सकती है। इंदौर में शनिवार को हल्की बारिश की संभावना जताई गई है जबकि उज्जैन समेत 12 जिलों में भारी बारिश के आसार हैं।

शुक्रवार को 20 जिलों में हुई बारिश

शुक्रवार को उज्जैन में ढाई इंच और इंदौर में डेढ़ मिमी बारिश दर्ज की गई। शिवपुरी में एक इंच बारिश हुई। इसके अलावा भोपाल, दतिया, गुना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, रतलाम, सिवनी, टीकमगढ़, बालाघाट, धार, बड़वानी, श्योपुर, विदिशा और मुरैना में हल्की बारिश का दौर जारी रहा।

पांच बड़े शहरों का हाल देखिए…

जिला अब तक हुई बारिश (इंच में) इतनी होनी थी बारिश (इंच में) कम/ज्यादा (इंच में)
भोपाल 37.58 33.07 4.51 ज्यादा
इंदौर 28.97 29.26 0.29 कम
जबलपुर 41.40 38.78 2.61 ज्यादा
ग्वालियर 45.71 24.35 21.36 ज्यादा
उज्जैन 28.34 30.76 2.42 कम

भोपाल में सितंबर की बारिश ने बनाया नया रिकॉर्ड

भोपाल में सितंबर महीने की औसत बारिश करीब 7 इंच होती है, लेकिन पिछले चार साल से यह आंकड़ा लगातार पार हो रहा है। अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड 1961 में बना था जब सितंबर में 30 इंच से ज्यादा पानी बरसा था। वहीं, 2 सितंबर 1947 को एक दिन में 9.2 इंच बारिश हुई थी। इस महीने आमतौर पर 8 से 10 दिन बारिश होती है।

इंदौर में भी टूटा पुराना रिकॉर्ड

इंदौर में सितंबर का अब तक का रिकॉर्ड 1954 का है जब पूरे महीने में 30 इंच बारिश दर्ज की गई थी। वहीं, 20 सितंबर 1987 को एक दिन में करीब साढ़े 6 इंच पानी गिरा था। इस बार इंदौर में सितंबर की बारिश औसत से कहीं ज्यादा हो सकती है। मौसम विभाग का अनुमान है कि महीने के अंत तक मानसून की वापसी शुरू हो जाएगी।

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ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन के पुराने रिकॉर्ड

ग्वालियर में 1990 में सितंबर माह में 25 इंच से ज्यादा बारिश हुई थी। वहीं, 1988 में एक दिन में साढ़े 12 इंच बारिश दर्ज की गई थी। जबलपुर का रिकॉर्ड 1926 का है, जब 24 घंटे में साढ़े 8 इंच बारिश और पूरे महीने में 32 इंच पानी गिरा था। उज्जैन में 1961 में सितंबर की बारिश ने ही पूरे मानसून का कोटा पूरा कर दिया था। उस समय 43 इंच बारिश दर्ज की गई थी।

प्रदेश में औसत से ज्यादा बरसा पानी

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, अब तक मध्यप्रदेश में 40.6 इंच बारिश हो चुकी है। यह सामान्य से 110 प्रतिशत ज्यादा है। औसतन इस समय तक 32.4 इंच बारिश होनी चाहिए थी। प्रदेश की सामान्य बारिश करीब 37 इंच है, जबकि पिछले साल 44 इंच पानी गिरा था।

इंदौर में स्कूल बंद करने के आदेश

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) जिले में लगातार हो रही भारी बारिश (Heavy Rain) ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। मौसम विभाग (Weather Department) ने पहले ही तेज वर्षा की चेतावनी जारी की थी। हालात को देखते हुए इंदौर के कलेक्टर आशीष सिंह (Collector Ashish Singh) ने बड़ा निर्णय लिया है। उन्होंने आदेश जारी करते हुए कहा कि शनिवार 6 सितम्बर 2025 को जिले के सभी स्कूल (School) और आंगनवाड़ी (Anganwadi) केन्द्र बंद रहेंगे।

पहली से बारहवीं तक की कक्षाएं रहेंगी बंद

कलेक्टर के आदेश के अनुसार यह अवकाश शासकीय (Government), अशासकीय (Private) और अनुदान प्राप्त (Grant-in-aid) सभी स्कूलों में लागू होगा। कक्षा 1 से लेकर 12 तक के सभी छात्र-छात्राओं को शनिवार को छुट्टी रहेगी। आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि यह नियम जिले की सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों (Anganwadi Centres) पर भी लागू होगा।

सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया निर्णय

कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा और भारी वर्षा के चलते आने-जाने की दिक्कत को देखते हुए यह अवकाश घोषित किया गया है। लगातार बारिश से कई इलाकों में जलभराव (Waterlogging) की स्थिति बनी हुई है, जिससे यातायात और आम जीवन प्रभावित हो रहा है। ऐसे में छात्रों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रशासन ने अभिभावकों (Parents) से अपील की है कि वे बच्चों को अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलने दें। साथ ही, बारिश के चलते खुले तार, जलभराव वाले क्षेत्रों और नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भी तेज बारिश की संभावना जताई है। यदि हालात बिगड़े तो प्रशासन आगे भी छुट्टियों का ऐलान कर सकता है। प्रशासन ने कहा है कि स्कूल प्रबंधन (School Management) और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता (Anganwadi Workers) जिले की स्थिति पर नजर बनाए रखें।

देखें मैप…

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सरगुजा (Surguja) जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। सीतापुर के प्रतापगढ़ स्थित डीपीएस पब्लिक स्कूल (DPS Public School) में कक्षा 2 (Class 2) में पढ़ने वाली बच्ची समृद्धि गुप्ता को टॉयलेट जाने पर ऐसी सजा मिली, जिसने उसके बचपन पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें।



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