6 बच्चों की मां की दर्दनाक मौत! दरभंगा के बिरौल में प्रसव के बाद मौत
6 बच्चों की मां की मौत ने मचा दी हलचल! डिलीवरी के बाद रास्ते में गई जान, अस्पताल पर फूटा गुस्सा। प्रसव के बाद मौत, फिर सड़क पर लाश! दरभंगा में अस्पताल के खिलाफ हंगामा, कार्रवाई की मांग।@बिरौल,दरभंगा,
6 बच्चों की मां की दर्दनाक मौत!
जच्चा की मौत के बाद सड़क पर लाश रख कर जाम! बिरौल में अस्पताल की लापरवाही पर हंगामा। 6 बच्चों की मां की दर्दनाक मौत! रास्ते में गई जान, परिजनों ने शव रखकर किया बवाल। डिलीवरी के बाद बिगड़ी हालत, रेफर करते-करते मौत! दरभंगा में स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल। दरभंगा में अस्पताल बन गया काल! प्रसव के बाद महिला की मौत से मचा बवाल। सड़क पर शव, आंखों में आंसू और हाथों में इंसाफ की मांग – दरभंगा का दर्दनाक दृश्य
महत्वपूर्ण बिंदु: देकुली धाम एपीएससी, बिरौल में मौत
स्थान: देकुली धाम एपीएससी, बिरौल, दरभंगा। मृतका: सैंनुल खातून, उम्र 35 वर्ष। जन्म: पुत्र, 13 जुलाई दोपहर। मौत: रेफर के बाद बहेड़ी के पास। मांग: लापरवाही पर कार्रवाई और मुआवजा।
प्रसव के बाद महिला की मौत पर हंगामा
दरभंगा, बिरौल थाना क्षेत्र के देकुली धाम स्थित एपीएससी अस्पताल में प्रसव के बाद एक महिला की मौत के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने जगन्नाथपुर-दरभंगा मुख्य सड़क को जाम कर दिया। घटना के बाद अस्पताल परिसर में हंगामा भी हुआ।
प्रसव के बाद बिगड़ी हालत, रास्ते में मौत
मृतका की पहचान 35 वर्षीय सैंनुल खातून, निवासी चामोघराड़ी गांव के रूप में हुई है। 12 जुलाई की सुबह 7 बजे उन्हें प्रसव पीड़ा होने पर एपीएससी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 13 जुलाई की दोपहर 2 बजे उन्होंने एक पुत्र को जन्म दिया। स्थिति बिगड़ने पर अस्पताल से डीएमसीएच रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में बहेड़ी के पास मौत हो गई।
लाश रखकर सड़क जाम, कार्रवाई की मांग
मौत के बाद परिजन शव को वापस अस्पताल लाए और मुख्य सड़क पर रखकर जाम कर दिया। परिजनों का आरोप है कि चिकित्सकों और अस्पताल कर्मियों की लापरवाही से मौत हुई है। अस्पताल परिसर में हंगामा और तोड़फोड़ जैसी स्थिति बनी रही।
प्रशासन की पहल, देर शाम तक वार्ता जारी
जगन्नाथपुर पिकेट प्रभारी नीतीश कुमार दुबे ने घटना की जानकारी बिरौल एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी को दी। सीएचसी प्रभारी डॉ. भगवान दास ने बताया कि महिला पहले से 6 बच्चों की मां थी और शारीरिक रूप से कमजोर थी। ड्यूटी पर मौजूद जीएनएम (G.N.M.) ने रेफर करने की सलाह दी थी।
एसडीपीओ ने कहा – वार्ता जारी, कार्रवाई संभव
एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी ने बताया कि आक्रोशित ग्रामीणों से लगातार वार्ता की जा रही है। सड़क जाम हटाने का प्रयास चल रहा है। परिजन डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।