यमुनानगर पावर प्लांट में 72 हजार करोड़ की नई यूनिट की सौगात, 2029 तक शुरू होगा बिजली उत्पादन
यमुनानगर | हरियाणा के यमुनानगर स्थित चौधरी छोटू राम थर्मल पावर प्लांट में 72,000 करोड़ रुपये की लागत से 1800 मेगावाट की नई अल्ट्रा सुपरक्रिटिकल यूनिट लगाने की योजना पर चर्चा के लिए एक अहम बैठक का आयोजन हुआ. यह बैठक हरियाणा विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के अध्यक्ष संजीव कौशल की अध्यक्षता में भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) के अधिकारियों के साथ की गई. इस यूनिट को भेल को ईपीसी आधार पर सौंपा गया है. इससे जुड़े कई ग्राउंड लेवल के जरूरी काम पहले ही पूरे किए जा चुके हैं.
BHEL ने भेजे 432 तकनीकी नक्शे
बैठक में बताया गया कि इस प्रोजेक्ट के लिए BHEL ने अब तक 432 तकनीकी नक्शे मंजूरी के लिए भेजे हैं. इनमें से 106 ड्राइंग को 9 जून तक मंजूरी मिलने की उम्मीद है. साथ ही, जानकारी दी गई कि मौजूदा 2300 मेगावाट यूनिट से इस नई यूनिट को अलग करने वाली महत्वपूर्ण कर्टेन वाल का सिविल कार्य जून के अंत तक पूरा हो जाएगा. वहीं, ढांचा निर्माण कार्य 15 जुलाई तक पूरा होने का अनुमान है. बॉयलर लाइट- अप का कार्य अगस्त 2028 तक और यूनिट की कमर्शियल शुरुआत मार्च 2029 तक होने की संभावना जताई गई है.
संयंत्र के पास विकसित होगी हरित पट्टी
HPGCL के अध्यक्ष संजीव कौशल ने जानकारी दी कि संयंत्र स्थल के पास 110 हेक्टेयर भूमि पर हरित पट्टी का विकास किया जा रहा है. इसके साथ ही, इतने ही क्षेत्र में पौधारोपण भी किया जाएगा ताकि पारिस्थितिकी संतुलन को बेहतर किया जा सके. इस पूरे प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी चल रही है, जिसके तहत लगभग 56 एकड़ भूमि को विकास कार्यों के लिए निर्धारित किया गया है.