Baliya : बलिया में करणी सेना के जिलाध्यक्ष द्वारा ओम प्रकाश राजभर को जान से मारने की धमकी, सुभासपा ने की कड़ी कार्रवाई की मांग

0


बलिया में करणी सेना के जिलाध्यक्ष कमलेश सिंह ने सोशल मीडिया पर सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर को जान से मारने की धमकी दी है। इस गंभीर मामले को लेकर सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्थिति पर अपनी प्रतिक्रिया दी और अधिकारियों से त्वरित कार्रवाई की मांग की।

अरुण राजभर ने बताया कि ओम प्रकाश राजभर लगातार विभिन्न राज्यों में अपने राजनीतिक कार्यक्रम चला रहे हैं, जिससे कुछ विरोधी दल और लोग असहज महसूस कर रहे हैं। इस असहजता और भय के कारण ही ऐसे लोग धमकियां दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह मामला न केवल गंभीर है, बल्कि उत्तर प्रदेश में कानून और व्यवस्था के लिए भी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि बलिया पुलिस अधीक्षक, डीजीपी और गृह मंत्रालय के सचिव को इस मामले की गंभीरता से जानकारी दी गई है और वे इस पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं।

अरुण राजभर ने स्पष्ट किया कि धमकी देने वाले युवक का नाम करणी सेना बलिया का जिला अध्यक्ष कमलेश सिंह है, जिसे तुरंत गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उनका यह भी कहना था कि ऐसे तत्व जो उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को चुनौती देते हैं और हिंसा भड़काने की कोशिश करते हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि प्रदेश में शांति और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए तुरंत प्रभावी कदम उठाए जाएं।

सुभासपा ने यह भी मांग की है कि ओम प्रकाश राजभर को बढ़ती सुरक्षा दी जाए और उन्हें जेट प्लस की सुरक्षा मुहैया कराई जाए, क्योंकि वे एक सामान्य व्यक्ति नहीं हैं, बल्कि राजनीतिक नेतृत्व के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। उनकी बढ़ती लोकप्रियता ने विरोधी दलों को चिंतित कर दिया है, जो अब इस प्रकार की धमकियों का सहारा लेकर उनका मनोबल तोड़ना चाहते हैं।

इस मामले को लेकर राजनीतिक गलियारों में भी हलचल तेज हो गई है। राजनीतिक विश्लेषक इसे उत्तर प्रदेश के राजनीतिक माहौल में बढ़ते तनाव का संकेत बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं न केवल राजनीतिक स्थिरता को प्रभावित करती हैं, बल्कि आम जनता में भी भय और असुरक्षा की भावना पैदा करती हैं। इसलिए सरकार और प्रशासन दोनों को मिलकर ऐसे मामलों को गंभीरता से लेना चाहिए और कड़े नियम बनाए जाने चाहिए ताकि राजनीतिक कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

बलिया पुलिस ने भी इस मामले की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही धमकी देने वाले कमलेश सिंह को पकड़ने की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने कहा है कि कानून व्यवस्था बनाए रखना उनकी प्राथमिकता है और किसी भी प्रकार की हिंसा या धमकी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

सुभासपा के नेताओं ने जनता से अपील की है कि वे राजनीतिक हिंसा और धमकियों से बचें और शांतिपूर्ण तरीके से लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लें। उन्होंने कहा कि राजनीतिक मतभेदों को संवाद और समझौते से ही सुलझाया जाना चाहिए, न कि हिंसा या धमकियों के रास्ते से।

Leave A Reply

Your email address will not be published.