लाखों पौधों की हरियाली से महक उठेगा दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेसवे, शहर से घटेगा प्रदुषण
फरीदाबाद | दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेसवे की सुंदरता बढ़ाने के लिए इसके चारों ओर लाखों पौधे लगाए जाएंगे. इस एक्सप्रेसवे को ग्रीन नमो वन और हरित जैव- विविधता कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जायेगा. सीएम नायब सैनी ने फरीदाबाद के सेक्टर- 9 चौक पर पौधारोपण कर इसकी औपचारिक रूप से शुरूआत कर दी है.
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) द्वारा इस एक्सप्रेस-वे के चारों ओर 10 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है. फरीदाबाद शहर में बदरपुर बॉर्डर से सेक्टर- 59 तक करीब 24 किलोमीटर लंबा बाईपास रोड हैं. NHAI ने इसे DND- KMP एक्सप्रेसवे के लिंक रोड के रूप में विकसित किया है. इस सड़क मार्ग की चौड़ाई बढ़ाने के दौरान यहां हजारों पेड़ों की कटाई की गई थी. अब इनकी जगह पर लाखों पेड़ लगाए जाएंगे.
ग्रीन कॉरिडोर के फायदे
- पौधारोपण से एक्सप्रेसवे की सुंदरता बढ़ेगी और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा.
- हरित जैव- विविधता कॉरिडोर से आक्सीजन का स्तर बढ़ेगा.
- कॉरिडोर के बीच- बीच में पार्क बनाएं जाएंगे, जहां सैर करने के लिए ट्रैक और लोगों के बैठने के लिए बैंच की सुविधा मिलेगी.
- बच्चों और बुजुर्गो के लिए मनोरंजन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.
औषधीय पौधों की होगी भरमार
यात्रियों को स्वच्छ हवा मिले, इसका ख्याल रखते हुए हवादार पौधों के साथ- साथ औषधीय पौधे भी लगाएं जाएंगे. इसमें पीपल, नीम, तुलसी, अशोक जैसे पौधे शामिल हैं. पौधों की देखरेख के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है. इस ग्रीन कॉरिडोर से दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेसवे के किनारे बसे लगभग 2 दर्जन सेक्टरों में रहने वाले लोगों को फायदा पहुंचेगा और शहर में प्रदुषण का स्तर कम करने में मदद मिलेगी.