थायराइड को नेचुरली बैलेंस करने में मदद कर सकते हैं ये साउथ इंडियन ब्रेकफास्ट ऑप्शन

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थायराइड एक ऐसी हेल्थ प्रोब्लम है, जिसने अधिकतर भारतीय महिलाओं को अपनी जद में लिया हुआ है। अमूमन महिलाएं थायराइड को मैनेज करने के लिए दवाओं का सेवन करती हैं। लेकिन इसके साथ-साथ आपको अपने खान-पान पर भी फोकस करना चाहिए। खासतौर से, दिन की शुरुआत में आप क्या खाती हैं, इसका गहरा असर आपकी सेहत, मूड और एनर्जी पर पड़ता है। यही वजह है कि थायराइड के मरीजों को बेहद सोच-समझकर अपना ब्रेकफास्ट चुनना चाहिए। अगर आप आप चाहें तो साउथ इंडियन डिशेज से अपने दिन की शुरुआत कर सकती हैं।ब्रेकफास्ट में साउथ इंडियन डिशेज ना केवल खाने में टेस्टी लगती हैं, बल्कि वे थायराइड को नेचुरली मैनेज करने में भी मदद करती हैं। तो चलिए आज इस लेख में मुदितम आयुर्वेद की क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट नेहल जोशी आपको कुछ ऐसी ही साउथ इंडियन डिशेज के बारे में बता रही हैं, जिनकी मदद से आप थायराइड को आसानी से मैनेज कर सकती हैं-


दही चावल

अगर आप थायराइड की मरीज हैं तो आप नाश्ते में दही चावल खा सकती हैं। कोशिश करें कि आप ब्राउन राइस का ही इस्तेमाल करें। चूंकि दही एक प्रोबायोटिक है, इसलिए यह आंतों की सेहत ठीक रखता है। वहीं, इससे पाचन और इम्यूनिटी पर अच्छा असर पड़ता है। इससे आपको थायराइड के मैनेज करने में मदद करती है। साथ ही साथ, इससे शरीर को ठंडक और बैलेंस मिलता है।

इडली और नारियल चटनी

आप नाश्ते में इडली के साथ नारियल की चटनी भी बनाकर ले सकती हैं। इडली वास्तव में फर्मेंटेड होती है, जिससे यह डाइजेशन के लिए फायदेमंद होती है। आपको शायद पता ना हो, लेकिन आपके पेट की सेहत और थायराइड का आपस में गहरा कनेक्शन है। चूंकि इडली को भाप में पकाया जाता है, इसलिए ये काफी हल्की और आसानी से पचने वाली होती है। जब आप इसे नारियल की चटनी के साथ खाती हैं, तो इससे शरीर को हेल्दी फैट्स मिलते हैं, जो हार्मोन को बैलेंस रखने में मदद करते हैं।

डोसा

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जब साउथ इंडियन फूड की बात हो और डोसा का नाम ना लिया जाए, ऐसा तो हो ही नहीं सकता। अगर आप थायराइड की मरीज हैं, तो आप रागी, हरी मूंग या मूंग दाल का डोसा बना सकती हैं। रागी में कैल्शियम और आयरन भरपूर पाया जाता है। चूंकि थायराइड के मरीजों में हड्डियां कमजोर होने का खतरा ज्यादा रहता है। ऐसे में रागी से उन्हें फायदा मिलता है। वहीं, मूंग दाल में प्रोटीन और सेलेनियम अच्छी मात्रा में पाया है। इससे भी थायराइड नेचुरली बैलेंस होता है।

वेजिटेबल अडई

नाश्ते के लिए वेजिटेबल अडई भी एक अच्छा ऑप्शन है। इसे अमूमन लोग अलग-अलग तरह की दालों जैसे तूर, उड़द, मूंग, चना आदि से बनाकर खाते हैं। प्रोटीन और फाइबर से भरपूर यह डिश आपको लंबे समय तक एनर्जेटिक बनाए रखती है। अमूमन थायराइड में लोगों को थकान और सुस्ती की शिकायत होती है।



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