हाजीपुर से आए पर्यटक को जंगल में आराम फरमाता दिखा तेंदुआ, हुए रोमांचित
जिला ब्यूरो विवेक कुमार सिंह
बेतिया/वाल्मीकिनगर। शनिवार की सुबह हाजीपुर से वाल्मीकिनगर भ्रमण पर आए पर्यटक विशेश्वर सिंह एंड फैमिली को मोटर अड्डा जंगल में आराम फरमाता तेंदुआ दिखाई दिया। जिसे देखकर हाजीपुर के पर्यटक फुले नहीं समा रहे थे। वन भ्रमण के दौरान पर्यटकों ने तेंदुआ को देख रोमांच के साथ-साथ अपने आप को भाग्यशाली समझ रहे थे। जंगल कैंप में दिए गए अपनी फीडबैक में हाजीपुर से आए पर्यटक विशेश्वर सिंह ने बताया कि वाल्मीकि ‘टाइगर रिजर्व इज द वन ऑफ़ द बेस्ट फॉरेस्ट इन इंडिया’।उन्होंने कहा कि हम परिवार के साथ जो सोच कर आए थे, वह तो पूरा नहीं हुआ लेकिन उससे कहीं कम भी नहीं हुआ है। हमारे परिवार और बच्चों को बाघ देखने की इच्छा थी। बाघ की जगह तेंदुआ दिखा, हमें उसका मलाल नहीं है। हमारे बच्चे भी काफी खुश हैं। विभिन्न प्रजाति के पेड़ पौधों को देख जंगल से निकलने का मन नहीं कर रहा था।
तेंदुआ के बाद हिरणों की झुंड ने मन को किया प्रफुल्लित
हाजीपुर से वाल्मीकिनगर बच्चों की छुट्टियां मनाने आए पर्यटक विशेश्वर सिंह ने बताया कि तेंदुआ का दीदार होने के बाद जब हम कुछ दूर और आगे बढ़े तो हिरणों की झुंड उछल कूद करता दिखाई पड़ा। नेचर गाइड द्वारा हमें बताया गया कि वीटीआर में हिरणों के चार प्रजाति पाए जाते हैं। उसके साथ-साथ गौर, सांभर, भालू एवं जंगली कुत्ता भी वन संरक्षण एवं वन की सौंदर्यता बढ़ाने में अपनी अहम भूमिका निभाते हैं।
— बोले रेंजर
शनिवार की सुबह हाजीपुर से आए पर्यटकों को आराम फरमाता तेंदुआ दिखाई देने के बाद रेंजर श्रीनिवासन नवीन ने बताया कि जिस पर्यटक को यह दृश्य देखने को मिला है, उन्हें दिल से आभार। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के बारे में जब ये दूसरों को बताएंगे,तो दूसरे पर्यटक भी टाइगर रिजर्व का भ्रमण करने के लिए पहुंचेंगे। इससे वाल्मीकिनगर और टाइगर रिजर्व की महत्व के साथ रोजगार बढ़ावा में सहायक होगा। हमारी कोशिश रहती है, जो भी पर्यटक आते हैं वो खुश होकर जाएं। जंगल में तेंदुआ दिखाई दिया है। यह पर्यटक और पर्यटन के लिए सहायक सिद्ध होगा।