Ujjain Akashvani Kendra: सिंहस्थ 2028 से पहले उज्जैन को शुरू होगा आकाशवाणी केंद्र, स्टूडियो सेटअप को सरकार की मंजूरी

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हाइलाइट्स

  • उज्जैन में आकाशवाणी स्टूडियो सेटअप को मंजूरी।
  • सीएम मोहन यादव ने भारत सरकार का जताया आभार।
  • सिंहस्थ 2028 को लेकर आकाशवाणी की अहम भूमिका।

Ujjain AIR studio approval: उज्जैनवासियों के लिए बड़ी सौगात मिली है। भारत सरकार ने उज्जैन में आकाशवाणी स्टूडियो सेटअप की मंजूरी दे दी है। यह स्टूडियो न सिर्फ मालवा क्षेत्र की कला और संस्कृति को आवाज देगा, बल्कि सरकार की योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने में भी अहम भूमिका निभाएगा। सिंहस्थ 2028 को देखते हुए यह स्टूडियो सरकारी योजनाओं के प्रचार में सहायक होगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस फैसले के लिए केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया है। साथ ही इसे जनसंचार और सांस्कृतिक प्रगति की दिशा में ऐतिहासिक कदम बताया। साथ ही कहा यह पहल उज्जैन की धार्मिक गरिमा, सांस्कृतिक विरासत और संचार क्षमता को एक नई दिशा देगी।

उज्जैन में आकाशवाणी स्टूडियो सेटअप को मंजूरी

मध्यप्रदेश के उज्जैन में आकाशवाणी स्टूडियो की स्थापना को केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण सचिव श्रीसंजय जाजू ने इस संबंध में स्वीकृति पत्र शुक्रवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को सौंपा। मुख्यमंत्री ने इस महत्वपूर्ण निर्णय पर भारत सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह पहल मालवा अंचल की समृद्ध कला, सांस्कृतिक विरासत और जनसंचार को नई ऊर्जा देगी।

सिंहस्थ में अहम भूमिका निभाएगा आकाशवाणी केंद्र

उज्जैन में आकाशवाणी स्टूडियो की स्थापना को सिंहस्थ 2028 की तैयारियों के दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह स्टूडियो न केवल उज्जैन और मालवा क्षेत्र, बल्कि पूरे मध्यप्रदेश और देशभर में सरकारी योजनाओं, धार्मिक आयोजनों और सांस्कृतिक गतिविधियों के प्रसार में एक सशक्त माध्यम बनेगा।

उन्होंने यह भी बताया कि ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों तक सटीक और समयबद्ध जानकारी पहुंचाने में यह केंद्र विशेष रूप से उपयोगी सिद्ध होगा। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा, “अब उज्जैन का अपना आकाशवाणी केंद्र होगा, जो शहर की धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक पहचान को एक नई आवाज देगा। सिंहस्थ 2028 जैसे महाकुंभ आयोजन को देखते हुए, इस स्टूडियो की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी, जो अब पूरी हो गई है।”

डिजिटल युग में आकाशवाणी की नई उड़ान

प्रसार भारती ने आकाशवाणी को अब स्मार्टफोन, टैबलेट और पर्सनल कंप्यूटर जैसे आधुनिक डिजिटल माध्यमों पर भी उपलब्ध करा दिया है। इस बदलाव को जनसंचार का आधुनिक और प्रभावशाली माध्यम बताते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, “अब आकाशवाणी की आवाज केवल रेडियो तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि यह तकनीक के जरिए सभी तक पहुंचेगी। यह जनता तक सरकारी योजनाओं और जनहितकारी जानकारियों को पहुंचाने में निर्णायक भूमिका निभाएगा।”

इस डिजिटल विस्तार के साथ, आकाशवाणी न केवल लोकप्रियता हासिल कर रही है, बल्कि देशभर के युवा वर्ग और दूरदराज के श्रोताओं के बीच भी इसकी पहुँच लगातार मजबूत हो रही है।

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मालवा के कलाकारों को मिलेगा मंच

उज्जैन में आकाशवाणी स्टूडियो खुलने से मालवा क्षेत्र की लोक कला, संगीत और सांस्कृतिक विरासत को एक नई पहचान मिलेगी। इस केंद्र के माध्यम से स्थानीय कलाकारों, गायकों, कवियों और सांस्कृतिक समूहों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा, जो अब तक मंच की कमी से वंचित थे।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह पहल केवल एक स्टूडियो की स्थापना नहीं, बल्कि क्षेत्रीय प्रतिभाओं के लिए भविष्य के नए रास्ते खोलने की दिशा में एक ठोस कदम है। इसके साथ ही, युवाओं के लिए रोजगार और तकनीकी प्रशिक्षण के नए अवसर भी तैयार होंगे।

यह स्टूडियो न सिर्फ राज्य के सांस्कृतिक विकास में सहायक होगा, बल्कि केंद्र और राज्य सरकार की जनहितकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में भी अहम भूमिका निभाएगा।

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