US-चीन ट्रेड डील फाइनल, अमेरिकी राष्ट्रपति ने दी जानकारी; ट्रंप और जिनपिंग की मंजूरी का इंतजार
डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका और चीन के बीच काफी लंबे समय से ट्रेड वॉर चल रही थी. दोनों ही देशों ने एक-दूसरे पर टैरिफ बढ़ाने का ऐलान किया था. टैरिफ वॉर के बाद दुनिया पर आर्थिक मंदी का खतरा भी मंडराने लगे था.
US- China Trade Agreement: अमेरिका और चीन के बीच चल लंबे समय से चली आ रही ट्रेड वॉर अब खत्म होती दिख रही है. लंदन में दोनों देशों के बीच हुई व्यापार वार्ता में सहमति बन गई है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर इसकी जानकारी दी है. हालांकि अभी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीने राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मंजूरी का इंतजार है. ट्रेड वॉर के बीच दोनों देशों के राष्ट्रपति ने कुछ दिन पहले ही एक-दूसरे से फोन पर बात की थी, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव कम हुआ था.
‘चीन के साथ हमारी डील हो गई है’
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘चीन के साथ हमारा समझौता अंतिम रूप ले चुका है. अब मेरे और शी जिनपिंग की अंतिम मंजूरी का इंतजार है. चीन की तरफ से पूर्ण चुंबक और दुर्लभ खनिज की आपूर्ति की जाएगी. वहीं चीनी छात्र हमारे कॉलेज और विश्वविद्यालयों में आएंगे, जो कि मैं हमेशा से चाहता था. हमको कुल 55 प्रतिशत टैरफि मिलेंगे और चीन को 10 परसेंट टैरिफ मिलेगा. दोनों देशों के बीच संबंध काफी अच्छे हैं.’
200 पुरानी हवेली लैकेस्टर में हुई वार्ता
अमेरिका और चीन के बीच व्यापार वार्ता बकिंघम पैलेस के पास 200 साल पुरानी हवेली लैंकेस्टर हाउस में हुई. यहां अमेरिकी डेलिगेशन जिसमें वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक, ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट और व्यापार प्रतिनिधि जैमीसन ग्रीर समेत अन्य शामिल थे. इन्होंने चीनी डेलिगेशन ली चेंगगांग चीन के वाणिज्य मंत्री वांग वेंटाओ, उप प्रधानमंत्री हे लिफेंग से मुलाकात हुई.
वार्ता के बीद अमेरिका के वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने कहा कि दोनों देश जिनेवा में पहले हुए समझौते और नेताओं की आपसी बातचीत को अमल में लाने के लिए तैयार हो गए हैं. वहीं चीन की तरफ से ली चेंगगांग ने भी यही बात दोहराई.
ट्रंप और जिनपिंग की बातचीत के बाद तनाव कम हुआ
डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका और चीन के बीच काफी लंबे समय से ट्रेड वॉर चल रही थी. दोनों ही देशों ने एक-दूसरे पर टैरिफ बढ़ाने का ऐलान किया था. टैरिफ वॉर के बाद दुनिया पर आर्थिक मंदी का खतरा भी मंडराने लगे था. इसके बाद इसी साल मई में स्विट्जरलैंड में दोनों देशों के बीच हुई बैठक में तय हुआ कि अप्रैल में लगाए गए नए टैरिफ को 90 दिनों के लिए रोका जाएगा और कुछ पुराने फैसले भी वापस लिए जाएंगे. हालांकि इस बीच दोनों देशों ने एक-दूसरे पर स्विट्जरलैंड में हुए समझौते को तोड़ने की बात की. लेकिन पिछले गुरुवार को डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग के बीच फोन पर बात हुई थी. इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव कम होता दिखाई दिया.