वाराणसी: श्रीराम, जानकी और लखन के वनवास की मार्मिक रामलीला, जगह-जगह हुई भव्य आरती

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वाराणसी। काशी की पवित्र नगरी में श्री आदि लाट भैरव रामलीला समिति, वरुणा संगम द्वारा आयोजित रामलीला का आयोजन 18 सितंबर 2025 को शाम 7 बजे बड़े ही भक्तिभाव के साथ किया गया। इस अवसर पर प्रभु श्रीराम, माता जानकी और भाई लक्ष्मण के चौदह वर्ष के वनवास के लिए प्रस्थान करने के प्रसंग का मार्मिक मंचन हुआ। इस दृश्य को देखकर रामलीला प्रेमी भाव-विभोर हो उठे और भक्ति में डूब गए।

रामलीला के इस विशेष आयोजन में प्रभु श्रीराम, माता जानकी और लक्ष्मण की वनवास यात्रा विशेश्वरगंज से शुरू होकर धनेशरा तालाब और पीलीकोठी तक पहुंची। इस दौरान काशीवासियों ने जगह-जगह भगवान श्रीराम की भव्य भोग-आरती और पूजन किया। हर तरफ भक्ति का माहौल छाया रहा और लोग प्रभु के दर्शन व पूजन में लीन दिखे।

वाराणसी: श्रीराम, जानकी और लखन के वनवास की मार्मिक रामलीला, जगह-जगह हुई भव्य आरती

रामलीला समिति के व्यास दयाशंकर त्रिपाठी (दया गुरु) के नेतृत्व में हनुमान फाटक निवासी शंभू नाथ पांडेय के आवास पर भगवान श्रीराम, माता जानकी और लक्ष्मण का भव्य स्वागत और पूजन किया गया। इस अवसर पर शंभू नाथ पांडेय, गोपाल पांडेय, शंकर नाथ पांडेय, कैलाश पांडेय, अतुल पांडेय, अंकुर पांडेय सहित कई अन्य भक्तों ने विधि-विधान से पूजा-अर्चना की और प्रभु श्रीराम व माता जानकी से आशीर्वाद प्राप्त किया। यह परंपरा काशी में वर्षों से चली आ रही है और हर साल भक्तों के बीच उत्साह का केंद्र बनी रहती है।

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रामलीला के इस आयोजन ने काशीवासियों के बीच भक्ति और श्रद्धा का संचार किया। लोग प्रभु श्रीराम के वनवास प्रसंग को देखकर उनकी भक्ति और त्याग की भावना से प्रेरित हुए। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि काशी की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को भी जीवंत करता रहा।








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