Viral News: भारत में 70 प्रतिशत महिलाएं युवावस्था में ही विधवा हो जाती हैं! जानें क्या है बड़ी वजह
Viral News: भारत में एक ऐसा गांव है जिसे ‘विधवाओं का गांव’ कहा जाता है। यह राजस्थान के बूंदी जिले का बुधपुरा गांव है। सवाल उठता है कि यहां के पुरुष असमय क्यों मरते हैं? यहां के पुरुषों की मौत का मुख्य कारण बुधपुरा की बलुआ पत्थर की खदानें हैं। दरअसल, इन खदानों में काम करने की वजह से पुरुषों को सिलिकोसिस नामक जानलेवा बीमारी हो जाती है। समय पर सही इलाज न मिलने की वजह से ज्यादातर पुरुषों की असमय मौत हो जाती है।Viral News
बुधपुरा गांव में जब भी लोगों के मुंह से खून निकलता है तो उन्हें डर लगता है कि कहीं उन्हें सिलिकोसिस तो नहीं हो गया है। यहां पत्थरों को कटर से काटा जाता है। पत्थरों को काटने वाले मजदूर काटने के दौरान उड़ने वाली जानलेवा धूल की वजह से सिलिकोसिस बीमारी से ग्रसित हो जाते हैं। बूंदी की तालेड़ा तहसील का बरार इलाका पत्थर खनन के लिए मशहूर है। इस इलाके में करीब 40-50 गांव हैं। लेकिन बुधपुरा सबसे ज्यादा प्रभावित है। क्षेत्र के खनन श्रमिकों में सिलिकोसिस से होने वाली मौतों की उच्च दर के कारण बुधपुरा को विधवाओं का गांव कहा जाने लगा।Viral News
विधवाएं खदानों में काम करने को अभिशप्त
स्थिति इतनी खराब है कि परिवार के कमाने वाले सदस्य की मौत के बाद विधवा महिलाओं को भी परिवार का भरण-पोषण करने के लिए खुद मेहनत-मजदूरी करनी पड़ती है। इस गांव की अधिकांश महिलाएं जीविकोपार्जन के लिए बलुआ पत्थर तोड़ने और तराशने का काम दिन में 10-10 घंटे करती हैं। गांव के लोगों का कहना है कि सैकड़ों महिलाएं ऐसे काम कर चुकी हैं, जिसमें उनके पतियों की जान चली गई। क्योंकि उनके पास आजीविका का कोई दूसरा साधन नहीं है। खदानों में काम करने वालों की औसत आय करीब 300-400 रुपये प्रतिदिन है। लेकिन उनके पास रोजगार का कोई दूसरा विकल्प नहीं है। अगर है भी तो उससे परिवार का भरण-पोषण नहीं हो पाता।
विधवाएं खदानों में काम करने को मजबूर
हैरानी की बात यह है कि यहां की सभी महिलाएं अपने पतियों की मौत का कारण जानने के बाद भी अपने बच्चों के पालन-पोषण के लिए उन्हीं खदानों में काम करने को मजबूर हैं। जिससे यहां के पुरुषों को जानलेवा बीमारी सिलिकोसिस हो गई। गीता देवी (काल्पनिक पात्र) का पति पत्थर की खदान में काम करता था। लेकिन सिलिकोसिस से उसकी मौत हो गई। अपनी बीमार सास और दो बच्चों का भरण-पोषण करने के लिए गीता देवी उसी पत्थर की खदान में काम करने लगी, जहां उसका पति काम करता था। हाल ही में गीता देवी सिलिकोसिस से पीड़ित पाई गई। दरअसल सिलिकोसिस एक बहुत ही जटिल बीमारी है। एक बार सिलिकोसिस से प्रभावित होने के बाद किसी भी व्यक्ति का अधिकतम जीवन काल पांच साल ही होता है। इस बीमारी से बचने का एकमात्र उपाय बचाव ही है।Viral News