Khan Sir Patna: खान सर का पूरा नाम क्या है, क्यों खान सर अपना नाम छुपाते हैं
खान सर की पढ़ाने की अनोखी शैली
खान सर की सबसे बड़ी ताकत है उनकी शिक्षण शैली। वे कठिन विषयों को हास्य, स्थानीय मुहावरों और सजीव उदाहरणों के साथ इतने सरल ढंग से समझाते हैं कि छात्र न केवल विषय समझते हैं, बल्कि उसे लंबे समय तक याद भी रख पाते हैं। उनका मज़ाकिया लहजा और बातों में गहराई छात्रों को सीखने के लिए प्रेरित करती है। वे मानते हैं कि अगर कोई बात मुस्कराकर समझाई जाए, तो वह दिल और दिमाग में घर कर जाती है। यही वजह है कि वे यूपीएससी, रेलवे, SSC, बैंकिंग जैसी कठिन परीक्षाओं के छात्रों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं।
खान सर का असली नाम और विवाद
हाल के वर्षों में खान सर के नाम को लेकर काफी विवाद हुआ। कुछ रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया गया कि उनका नाम अमित सिंह है। इस पर उन्होंने स्पष्ट किया कि यह महज एक मज़ाक था, जो उन्होंने अपनी कक्षा में छात्रों के साथ किया था। उन्होंने कभी यह नहीं कहा कि उनका नाम अमित सिंह है। वे हमेशा “खान” उपनाम से ही जाने जाते हैं, जो उनके पैन कार्ड और आधार कार्ड में भी दर्ज है।
खान सर ने खुद यह बात सार्वजनिक मंचों पर कही है कि उनका नाम फैज़ल खान है और उन्होंने अपनी सभी किताबें इसी नाम से प्रकाशित की हैं। उन्होंने यह भी बताया कि विवादों के चलते उनका नाम एक “मिलियन-डॉलर प्रश्न” बन गया है और वे इसे तभी पूरी तरह उजागर करेंगे जब यह विवाद खत्म हो जाएगा।
शिक्षा को लेकर उनका दृष्टिकोण
खान सर मानते हैं कि शिक्षा सबसे बड़ा हथियार है, जिससे समाज बदला जा सकता है। उनका उद्देश्य सिर्फ पढ़ाना नहीं, बल्कि छात्रों में सामाजिक जागरूकता और आत्मनिर्भरता पैदा करना है। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया है कि शिक्षा सिर्फ एक वर्ग या भाषा तक सीमित न रहे। इसी उद्देश्य से उन्होंने उर्दू भाषा में भी किताबें लिखी हैं, ताकि मुस्लिम समुदाय के छात्रों को भी गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मिल सके। वे खुद को शिक्षक से अधिक एक समाजसेवक मानते हैं।
डिजिटल माध्यम से शिक्षा की क्रांति
“Khan GS Research Centre” नामक यूट्यूब चैनल के माध्यम से खान सर ने डिजिटल शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। लाखों छात्र, जो महंगे कोचिंग संस्थानों में नहीं जा सकते, उनके वीडियो देखकर घर बैठे तैयारी कर रहे हैं। वे लाइव क्लासेज, करेंट अफेयर्स, मॉक टेस्ट और एक्सप्लेनर वीडियो के ज़रिए छात्रों को न केवल पढ़ाते हैं, बल्कि उन्हें समय के साथ अपडेट भी रखते हैं।