रामपुर से नागपुर तक…कहीं ‘सोनम’ बनने से बची, तो कहीं ‘सोनम’ बन कराई पति की हत्या…

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महाराष्ट्र के नागपुर में हुई हत्या ने एक बार फिर सोचने को मजबूर कर दिया है कि शादी के बाद पतियों की हत्या का ये सिलसिला कब थमेगा.

मेरठ की मुस्कान रस्तोगी और इंदौर की सोनम रघुवंशी… ये दो ऐसे नाम हैं जिसने हाल के समय में बहुत सुर्खियां बटोरी हैं. बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की साजिश रचने के खुलासे के बाद हर किसी की जुबान पर सोनम और मुस्कान के चर्चे थे. इस कड़ी में देश के कई राज्यों में ऐसे मिलते-जुलते मामले सामने आए और लोग पति-पत्नी के रिश्तों से लेकर शादी न करने तक की बातें करने लगे. रामपुर में भी सामने आए एक मामले को इसी चश्मे से देखा जा रहा था, जहां शादी से एक दिन पहले मंगेतर की हत्या हुई तो शक की सुई सबसे पहले होने वाली पत्नी गुलफशा पर गई. पुलिस ने मामला दर्ज किया, जांच-पड़ताल की और आखिरकार गुलफशां निर्दोष साबित हुई तो सारी कानाफुसी पर विराम लग गई.

गुलफशा को क्लीन चीट

गुलफशा खुद के निर्दोष साबित होने पर कह रही है कि वह इंदौर की सोनम और मेरठ की मुस्कान जैसी नहीं है. गुलफशा का कहना है कि उसने कोई गुनाह नहीं किया है और पुलिस ने हत्या के मामले में निर्दोष करार दिया है, साथ ही केस से नाम हटा दिया है. दरअसल, हाल ही में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां शादी के बाद या फिर पहले, प्रेमी के चक्कर में पत्नी ने अपने पति को मौत के घाट उतार दिया है. यही वजह थी कि गुलफशा पर ही मृतक निहाल के घरवालों का पहला शक गया और उन्होंने उसके खिलाफ केस दर्ज करा दिया.

एकतरफा प्यार में सद्दाम ने की हत्या

लेकिन, पुलिस की सही दिशा में जांच ने गुलफशा को बचा लिया. गुलफशा का नाम हटाते हुए पुलिस ने विवेचना पूरी कर दी है. गुलफशा को निहाल की हत्या किए जाने का बेहद दुख है. वह कहती है कि उसके सारे अरमान, सारे सपने पलभर में टूट गए. अब वह अदालत से चाहती है कि निहाल की हत्या करने वाले सद्दाम को कड़ी से कड़ी सजा मिले. दरअसल, निहाल की हत्या करने वाला सद्दाम गुलफशा के घर आता था और उस पर शादी करने का दबाव बनाता था.

गुलफशा के मुताबिक, सद्दाम शादी करने का दबाव बनाते हुए ऐसा न करने पर जान से मारने की धमकी भी देता था. लेकिन वह ये नहीं जानती थी कि उसका इनकार निहाल की ही जान ले लेगा. गुलफशा को इस बात का अफसोस है कि अगर उसने सद्दाम की धमकी वाली बात घरवालों को बता दी होती तो निहाल की जान न जाती.

नागपुर में एक और ‘सोनम’

ये तो वो मामला था, जहां गुलफशा रामपुर की ‘सोनम’ साबित होने से बच गई और पुलिस की जांच में निर्दोष पाई गई. लेकिन, महाराष्ट्र के नागपुर में हुई हत्या ने एक बार फिर सोचने को मजबूर कर दिया है कि शादी के बाद पतियों की हत्या का ये सिलसिला कब थमेगा. नागपुर में एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने बीमार पति की हत्या कर दी. पत्नी ने अपने और प्रेमी के बीच दीवार बन रहे पति को ही बीच रास्ते से हटा दिया.

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पति की हत्या के बाद पत्नी दीक्षा ने झूठ बोला था कि चंद्रसेन की मौत हार्ट अटैक के कारण हुई. इस बात पर चंद्रसेन के भाई संजय को भरोसा नहीं हो रहा था. संजय ने पुलिस में शिकायत की और जब इस मामले की तह तक पुलिस पहुंची तो नागपुर की ‘दीक्षा’ भी सोनम और मुस्कान की तरह ही निकली. पुलिस की पूछताछ में पत्नी ने सारा सच उगल दिया. उसने बताया कि पति उसके अवैध संबंध में बाधा बन रहा था और इस वजह से उसको रास्ते से हटाने की साजिश रची. पुलिस ने फिलहाल, दीक्षा और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है.

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