‘रोहित शर्मा को टीम में क्यों रखा है…’, भारत के पूर्व सेलेक्टर ने अजीत अगरकर और गौतम गंभीर पर साधा निशाना
भारत के पूर्व सेलेक्टर सबा करीम ने क्रिकेट जगत में चर्चा छेड़ दी है। उन्होंने सवाल उठाया है कि टीम में रोहित शर्मा को क्यों शामिल किया गया है, जबकि उनके कप्तानी का कार्य अब शुभमन गिल को सौंप दिया गया है। करीम के अनुसार, अगर टीम मैनेजमेंट ने रोहित को भविष्य की योजनाओं में नहीं रखा है, तो उनके टीम में रहने का कोई बड़ा मतलब नहीं बनता। यह बयान खासकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 19 अक्टूबर से शुरू होने वाली तीन मैचों की वनडे श्रृंखला से पहले आया है, जिसमें रोहित का चयन किया गया है, लेकिन वह कप्तानी नहीं करेंगे।
‘भविष्य का हिस्सा नहीं माना जा रहा’
करीम ने साफ किया कि रोहित 50 ओवर के फॉर्मेट में भारत के लिए बेहद अहम खिलाड़ी हैं और उनका अनुभव युवा खिलाड़ियों के लिए मार्गदर्शन का काम करता है। लेकिन अगर उनका भविष्य का हिस्सा नहीं माना जा रहा है, तो टीम में बनाए रखना उलझन पैदा करता है। उन्होंने कहा, “अगर उन्हें कप्तान नहीं बनाया गया, तो फिर उन्हें टीम में क्यों रखा गया? यह साफ दिखाता है कि उन्हें भविष्य का हिस्सा नहीं माना जा रहा।”
इस बीच, गिल को नई टीम की कमान सौंपना एक साफ-साफ संकेत है कि भारतीय क्रिकेट नेतृत्व का परिवर्तन हो रहा है। 25 साल के गिल को T20 में उपकप्तान से शुरू करके अब वनडे में कप्तान बनाया गया है। करीम के अनुसार, यह निर्णय लॉजिकल और समय पर लिया गया है, ताकि भारत की अगली पीढ़ी के खिलाड़ी 2027 के ODI वर्ल्ड कप की तैयारी में शामिल हो सकें। गिल की तकनीकी समझ और मैचों में स्थिर प्रदर्शन ने उन्हें सभी प्रारूपों में भारत के भरोसेमंद खिलाड़ियों में शामिल किया है।
रोहित शर्मा की बात करें तो 38 साल की उम्र में वह भारत के सबसे सफल व्हाइट-बॉल कप्तानों में से एक हैं। उन्होंने 2025 के चैंपियंस ट्रॉफी में भारत को जीत दिलाई और टॉप ऑर्डर में अभी भी भरोसेमंद बल्लेबाज हैं। लेकिन अब टीम भविष्य की योजना पर ध्यान दे रही है। आलोचकों का कहना है कि बिना कप्तानी के रोहित का चयन मिश्रित संदेश देता है। टीम का यह कदम केवल एक श्रृंखला का हिस्सा नहीं है, बल्कि गिल की कप्तानी और भारत की अगली पीढ़ी के लिए टेस्ट भी है।